Hazaribagh : हजारीबाग के टाटीझरिया प्रखंड कार्यालय परिसर में हरिनाथ तिवारी अपने बेटे के मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बनने पर मंगलवार को आमरण अनशन पर बैठ गए. दरअसल 28 सितंबर को पुलिस ने जंगल से एक शव बरामद किया था. उसकी पहचान नहीं हो पाई थी. जो कपड़ा मृतक के शरीर पर पाया गया था उससे प्रतीत हुआ था कि वह हरीनाथ तिवारी का बेटा संजीत कुमार तिवारी है. गोली लगने से बेटे की मौत हुई थी. हरिनाथ तिवारी का कहना है कि बेटे का मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए पिछले 6 महीने से कार्यालय का चक्कर लगा रहा हूं. साथ ही उनसे 10 हजार रुपए घूस भी मांगे जा रहे. घूस नहीं देने के कारण बेटे का मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है. वहीं हरिनाथ तिवारी ने मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने की मांग को लेकर 15 मई को सांकेतिक रूप से धरना दिया. मांग पूरी नहीं होने पर 16 मई से आमरण अनशन पर हैं.
इस पूरे प्रकरण में टाटीझरिया की प्रखंड विकास पदाधिकारी सैनी तिग्गा ने बताया कि शव मिलने के बाद पहचान नहीं हो पाई थी. अब तक एफएसएल की रिपोर्ट नहीं मिली है. एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु प्रमाण पत्र बनेगा. उन्होंने कहा कि हरिनाथ तिवारी को समझाने की काफी कोशिश की गयी लेकिन उसके बाद भी वो अनशन पर बैठे हैं. साथ ही उन्होंने पंचायत सेवक पर घूस मांगने के आरोप को बेबुनियाद बताया.
इसे भी पढ़ें: पाकुड़ : बुधवार से काला बिल्ला लगा कार्य करेगा शिक्षक संघ