Hazaribagh: तीन युवाओं ने रक्तदान कर मरीज की जान बचाई. किडनी की बीमारी से जूझ रहे मरीज निर्मल रजक को तत्काल खून की जरूरत थी. जिसे मुरारी ओझा और सुबोध कुमार ने खून देकर जान बचाई. दरअसल डॉ विकास कुमार ने सेवा भारती हजारीबाग के जिला सचिव मनोज गुप्ता को बताया कि एक 22 वर्षीय मरीज निर्मल किडनी की बीमारी से जूझ रहा है. उसे डायलिसिस के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. रक्त उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण उसका डायलिसिस नहीं हो पा रहा है. मरीज को दो यूनिट ओ पॉजिटिव ब्लड की अति आवश्यकता है.
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इस सूचना पर मनोज गुप्ता ने सेवा भारती हजारीबाग के जिला स्वास्थ्य आयाम प्रमुख भाष्कर शर्मा को अविलम्ब रक्तदाताओं से संपर्क कर रक्त उपलब्ध कराने का आग्रह किया. भाष्कर ने सेवा भारती के सभी सदस्यों से त्वरित रक्तदाताओं से संपर्क करने के लिए कहा. इसका सुखद परिणाम यह हुआ कि आधे घंटे के अंदर ही दो सेवा भावी युवा साथी मुरारी और सुबोध ने सदर अस्पताल ब्लड बैंक जाकर रक्तदान किया, जो मरीज को मिल गया. वहीं तीन दिन के नवजात शिशु को 100 मिली रक्त की आवश्यकता थी. भाष्कर ने इस नवजात शिशु को रक्त देने के लिए सोनू से आग्रह किया. सोनू ने तत्काल सदर अस्पताल में रक्तदान किया. सभी मरीज स्वस्थ हैं.
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