अब तक नहीं मिला धनुष और कैश अवार्ड
एडवांस धनुष 25 लाख का, पिता ने बाइक बेच बेटी को दिलाया 25 हजार का धनुष
Shubham Kishore
Ranchi: झरिया के दोबारी कोयलरी की दो बहनें तीरंदाजी में राज्य का नाम रौशन कर रहीं हैं. भुइयां बस्ती में चाय नाश्ते की दुकान चलाने वाले गुड्डू भुइयां की दोनों बेटियां तनीषा कुमारी और सिमरन कुमारी राष्ट्रीय तीरंदाजी में राज्य का प्रतिनिधित्व कर रहीं हैं, और राज्य को मेडल दिला रहीं हैं. आर्थिक स्थिति दोनों की राह में रोड़ा बन कर सामने आ रही है. आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण दोनों के पास अपना एडवांस धनुष नहीं है. शिव भुइयां ने बताया की उनके बच्चे शुरुआत में बांस का धनुष बना कर घर के पास अभ्यास करते थे. अच्छे धनुष की कीमत लगभग 2.5 लाख रुपए है. लेकिन गरीबी के कारण बड़ी बेटी तनीषा को उन्होंने अपनी बाइक 25 हजार में बेच कर बिगिनर धनुष दिलाया था. अब राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए एडवांस धनुष ज्यादा कारगर होगी.
किराए के धनुष से जीता गोल्ड
गुड्डू भुइंया ने अपनी छोटी बेटी सिमरन को 3 हजार प्रति महीने किराये पर धनुष लेकर दिया. जिससे इसी वर्ष राष्ट्रीय अंडर 9 तीरंगदाजी में कंपाउंड इवेंट में गोल्ड जीता था. दोनों बहनों का प्रशिक्षण डिगवाडीह टाटा स्टील फाउंडेशन के आर्चरी फीडर में निःशुल्क हो रहा है.
सात महीने पहले विधायक ने की थी अनुशंसा
टुंडू विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने दोनों खिलाड़ियों को धनुष देने के लिए खेल मंत्री हफीजुल हसन से अनुशंसा की थी. जिसे मंत्री ने खेल निदेशक को फॉरवर्ड किया था. हालांकि की सात महीने बीत जाने के बाद भी दोनो को धनुष नहीं मिल सका है.
नहीं मिला कैश अवार्ड
बीते 2 महीनों में लगभग 300 खिलाड़ियों के बीच कैश अवार्ड वितरित हुआ. जिस स्पर्धा में सिमरन में गोल्ड जीता था उस स्पर्धा में उनके टीम के खिलाड़ियों को कैश अवार्ड मिल गया है. लेकिन सिमरन को अब तक 75 हजार का कैश अवार्ड नहीं मिला है.