Ranchi : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि हेमंत सोरेन सरकार ने सत्ता में आने से पहले किसानों के लिए बड़े-बड़े वायदे किए थे. लेकिन वास्तविकता यह है कि सरकार किसानों के मुद्दे पर पूरे तरीके से असंवेदनशील और लापरवाह है. चुनाव से पूर्व धान की खरीद को इन्होंने ₹2500 प्रति क्विंटल करने का वादा किया था, लेकिन उससे भी सरकार अब पीछे हट गई. भाजपा के पूर्ववर्ती सरकार के दौरान शुरू की गई कृषि आशीर्वाद योजना को भी इस सरकार ने बंद कर दिया, जिसमें गरीब किसानों को ₹5000 प्रति एकड़ तक खेती के लिए प्रोत्साहन राशि देने की प्रावधान था. पिछले वर्ष खरीदे गए धान की राशि का भुगतान भी राज्य सरकार ने किसानों को नहीं किया है.
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सुखाड़ रिपोर्ट केंद्र को जल्द भेजे राज्य सरकार- प्रतुल
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को प्रदेश में सूखे की स्थिति की रिपोर्ट को 31 अक्टूबर तक केंद्र को भेजना था, जिससे सहायता राशि जल्दी मिलती. लेकिन राज्य वर्तमान में सरकार 226 प्रखंडों में सूखे की स्थिति पर समय पर रिपोर्ट भेजने की स्थिति में नहीं लग रही है, जिसके कारण केंद्रीय मदद में देरी की संभावना हो सकती है. इसका सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को उठाना होगा. भाजपा मॉनसून के शुरुआती दौर से ही कहती रही कि प्रदेश में अकाल की स्थिति है और सरकार इस पर तुरंत कार्रवाई करें. लेकिन सरकार ने इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया. कृषि विभाग ने ही अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अगस्त तक सिर्फ 30% खेती योग्य भूमि पर रोपाई हुई है, लेकिन फिर भी राज्य सरकार सोई रही. भाजपा राज्य सरकार से मांग करती है कि वह अब सुखाड़ संबंधी रिपोर्ट को केंद्र को अविलंब भेजे और अधिकारियों का दल लगवा कर समय पर किसानों को सहायता राशि उपलब्ध कराने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास करे.
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