Ranchi: हेमंत सरकार तीन मार्च को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए बजट पेश करेगी. विभागों की ओर से तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इस बार बजट इंफ्रास्ट्रक्चर पर नहीं, कल्याणकारी योजनाओं पर फोकस होगा. खास बात यह है कि सरकार पहली बार आउट कम बजट यानी लक्ष्य आधारित बजट पेश करेगी. इसके लिए 11 विभागों का चयन किया गया है. ये विभाग इसी के अनुसार अपना बजट तैयार कर रहे हैं.
बता दें कि हेमंत सरकार वित्तीय वर्ष 2020-2021 का आगामी बजट 3 मार्च को पेश करेगी. वहीं झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 26 फरवरी से 23 मार्च तक चलेगा.
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क्या है आउट कम बजट
आउट कम बजट की शुरूआत 2005-06 में पहली बार केंद्र सरकार ने की थी. तत्कालीन वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने आउट कम बजट पेश किया था. आउट कम बजट को लक्ष्य आधारित बजट भी कहा जा सकता है. आउटकम बजट सभी सरकारी योजनाओं के विकास का परिणाम होता है. जैसे कितने खर्च पर कितनी सड़क बनेगी. कितनों को रोजगार मिलेगा. कितने बच्चों को शिक्षा मिलेगी. विकास के विभिन्न लक्ष्य कितने समय में हासिल होगा. इसका ब्योरा बजट राशि के साथ देना होगा.
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इन विभागों को दिया गया है निर्देश
आउट कम बजट तैयार करने का निर्देश 11 विभागों को दिया गया है. इनमें कृषि, स्वास्थ्य, स्कूली शिक्षा, उच्च शिक्षा, कल्याण, पेयजल एवं स्वच्छता, नगर विकास, ग्रामीण विकास, खाद्य व आपूर्ति और वन एवं पर्यावरण विभाग शामिल हैं.
सूत्रों के मुताबिक, इन विभागों को एक परफर्मा दिया गया है. जिसमें 18 कॉलम बनाए गए हैं. जसके तहत विभागों को योजना का ऑबजेक्टिव, सोशल कैटगरी, आउटपुट, कितने लोगों को लाभ, बीते वर्ष का लेखा-जोखा आदि सभी बातों का जिक्र करने के लिए कहा गया है. इसी के अनुसार विभाग बजट के लिए राशि निर्धारित करेंगे.
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आठ से दस फीसदी बजट आकार बढ़ेगा
सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने बजट का फोकस सोशल सिक्योरिटी पर रखने का निर्देश दिया है. वित्तीय वर्ष 2020-21 में बजट आकार 86,370 करोड़ रुपये था. सरकार इस बार आठ से दस फीसदी बजट आकार बढ़ा कर पेश करेगी. विभागों को इसी के अनुसार, बजट तैयार करने का निर्देश दिया गया है. सरकार का बजट इस बार कल्याणकारी योजनाओं, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और कृषि पर फोकस होगा. इसलिए इन मदों में बजट राशि बढ़ाए जाने की संभावना है.
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