- जेएमएम का मतलब हो गया है जमीन मारो मोर्चा
- हेमंत सोरेन में घुस गई है लालूजी की आत्मा
- अलग राज्य झारखंड भाजपा ने बनाया, भाजपा ही गढ़ेगी
- विधानसभा चुनाव में भी भाजपा की ही सरकार बनेगी
Ranchi : भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा है कि जेएमएम का सही अर्थ “जमीन मारो मोर्चा” है. इनकी सरकार के पूर्व मुखिया आज जेल में बंद हैं. इनको उम्मीद है कि इनको सहानुभूति मिलेगी, लेकिन भ्रष्टाचार से जनित किसी नेता को इस देश ने सहानुभूति नहीं दी है. क्या दोष है झारखंड की जनता का? यहां की जनता ने एक आदिवासी मुख्यमंत्री को चुना और वही मुख्यमंत्री आदिवासियों की 8.5 एकड़ जमीन को कब्जा करके बैठे हुए हैं. यह सिर्फ एक मामला है, झारखंड में ऐसे न जाने कितने मामले होंगें? वे शनिवार को भाजपा के प्रदेश कार्य़ालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य को बनाने के लिए बहुत सारे लोगों ने कुर्बानियां दी है, लेकिन इस राज्य को न बनने देने के लिए भी जमीन मारो मोर्चा के संस्थापक शिबू सोरेन ने सौदा किया और अलग राज्य के संस्थापना में लालू प्रसाद जी के साथ मिलकर देर किया.
अभिषेक प्रसाद पिंटू को मिले सुरक्षा
अजय आलोक ने कहा कि हेमंत सोरेन की जमीन लूट के मामले में उनके बचपन के दोस्त अभिषेक पिंटू ने गवाही दी है. इसके बाद से वे असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. छिपते फिर रहे हैं. ऐसे में उनकी अपील राज्य सरकार से है कि उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा दें. साढ़े आठ एकड़ जमीन की तरह जानें कितनी जगहों पर हेमंत की जमीन होगी. जब वे बचपन के दोस्त पिंटू तक को नहीं छोड़ रहे तो राज्य को क्या छोड़ेंगे. आज हेमंत सोरेन में लालूजी की आत्मा घुस गयी है. वे नाखून कटा कर शहीद होने की बात कर रहे हैं. राजद नेता लालू प्रसाद यादव ने तो यहां तक कह दिया था कि झारखंड मेरी लाश पर बनेगा. आज ये दोनों दल कांग्रेस के साथ सरकार चला रहे हैं. यदि अटल बिहारी वाजपेयी नहीं होते तो झारखंड अलग राज्य नहीं बनता.
हमने बनाया है, हम ही गढ़ेंगे
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हमने बनाया है, हम ही गढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि हम गढ़ते हैं, इसलिए हम जनता के दिल में बसते हैं. झारखंड, छत्तीसगढ़ , मध्यप्रदेश सहित तमाम राज्यों की जनाकांक्षाओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गढ़ रहे हैं, जिसके कारण आज सुदूरवर्ती क्षेत्र की आदिवासी महिला भारत की राष्ट्रपति बनाई गई हैं. इससे पहले एक दलित समाज से आने वाले रामनाथ कोविंद भी देश के राष्ट्रपति बनाये गये थे. देश में राजनीतिक दृष्टिकोण से यदि कोई भूकंप लाने वाले हैं तो वो हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हैं, जिसके परिणास्वरुप देश में समाज के अंतिम पायदान पर बैठा व्यक्ति आगे आकर एड्रेस कर रहा है.
बिहार औऱ झारखंड दोनों पीएम की दो आंखें
बिहार औऱ झारखंड दोनों पीएम की दो आंखें हैं. वे इस राज्य में हो रही गड़बड़ियों, करप्शन से आंखें नहीं मूंद सकते. इस राज्य को 1990 में ही बन जाना चाहिए था. पर लालू प्रसाद के साथ मिलकर शिबू सोरेन ने सौदा कर लिया. आदिवासियों की और लोगों के पैसे लूटने में यहां सरकार लगी है. आप चोरी करेंगे 200-300 करोड़, 5-5 हजार करोड़. जमीन, खनिज संसाधनों को लूटेंगे. ऐसे में जनता कब तक सहेगी. कांग्रेस का संरक्षण भी इस सरकार को है. कमिशन का पैसा उनके पास भी जाता है. 350 करोड़ का कैश इसके नेता के पास निकले थे. आखिर कहां से इतनी राशि आती है. केंद्र सरकार नहीं, घमंडिया गठबंधन के कर्म उन्हें परेशान कर रहे हैं. इस लोकसभा चुनाव में भी भाजपा अच्छा प्रदर्शन करते चौदहों सीट जीतेगी. विधानसभा चुनाव में भी यहां भाजपा की सरकार बनेगी.
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