Ranchi : सीएम काफिले पर हमला मामले में उच्च जांच समिति ने जांच शुरू कर दी है. शनिवार को जांच समिति के अधिकारी रांची पुलिस के अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग कर रही है. गौरतलब है कि सीएम काफिले को रोकने के मामले में उच्च जांच कमेटी बनायी गयी है. आईएएस अधिकारी केके सोन और आईपीएस अखिलेश झा को पूरे मामले की जांच की जिम्मेवारी दी गई है.
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जांच समिति रांची कंट्रोल रूम पहुंची है
मामले की जांच के लिए सबसे पहले कमेटी रांची कंट्रोल रूम पहुंची है. कंट्रोल रूम में किशोरगंज मे लगे सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे. जिस दिन सीएम के काफिले पर हमला हुआ था. सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद एक हाई लेवल मीटिंग रांची पुलिस के उन सभी अधिकारियों के साथ होनी है. जो लोग सीएम सुरक्षा को लेकर जिम्मेवार हैं. जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी, साथ ही यह भी पता चल पायेगा कि सीएम की सुरक्षा में किसकी लापरवाही के कारण चुक हुई थी.
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डीसी और एसएसपी से भी शो-कॉज की मांग की गई थी
सीएम हेमंत सोरेन के काफिले पर हुए हमले की जांच के लिए बीते पांच जनवरी को उच्च स्तरीय समिति बनाई गई थी. काफिले पर हुए हमले की गंभीरता से देखते हुए जांच समिति का गठन किया गया. घटनाक्रम की जांच के लिए सरकार ने दो सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है. जिसमें एक आईएएस और एक आईपीएस के वरीय अधिकारी को शामिल किया गया हैं. मामले की पूरी जांच कर विस्तृत प्रतिवेदन यथाशीघ्र समर्पित करने को कहा गया है. इसके अलावा रांची के डीसी और एसएसपी से भी शो-कॉज की मांग की गई है.
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सुनियोजित साजिश के तहत काफिले को निशाना बनाने की हुई थी कोशिश
गौरतलब है कि 4 जनवरी को सीएम श्री हेमंत सोरेन का काफिला झारखंड मंत्रालय से लौट रहा था. इसी दौरान किशोरगंज चौक के पास उपद्रवियों ने सुनियोजित साजिश के तहत काफिले को निशाना बनाया. हालांकि, रांची पुलिस ने सूझबूझ का परिचय देते हुए सीएम हेमंत सोरेन के काफिले को रूट डायवर्ट कर दिया. जिससे मुख्यमंत्री सुरक्षित अपने आवास पहुंच गये. इस गंभीर घटना के कारणों की जांच के लिए जांच समिति का गठन किया गया है.
आक्रोशितों के बवाल की संक्षिप्त कहानी
आपको बता दें कि बीते चार जनवरी को ओरमांझी में युवती के साथ दुष्कर्म के बाद सिरकटी लाश मिली थी. इसी घटना से आक्रोशित लोगों ने सोमवार शाम 5.35 बजे मुख्यमंत्री का काफिला रोकने की कोशिश की. इसमें काफिले के आगे चलनेवाली पायलट गाड़ी को रोक कर क्षतिग्रस्त कर दिया. रास्ता क्लीयर कराने की कोशिश कर रहे सिपाहियों के साथ उनकी झड़प हुई. इस झड़प में कई पुलिसकर्मियों को प्रदर्शनकारियों ने पिटाई कर दी. इस भगदड़ में कुछ निजी वाहनों को भी क्षति पहुंची है. हंगामे के कारण मुख्यमंत्री को रूट बदलकर मुख्पयमंत्री आवास जाना पड़ा. इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं.
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जिस कारण लोगों का आक्रोश फूटा
दरअसल रांची के ओरमांझी से पुलिस ने रविवार को युवती की सिरकटी लाश मिली थी. युवती का शव जीराबार गांव के पास स्थित जंगल से बरामद हुआ था. युवती का सिर खोजने के लिए दिनभर पुलिस छानबीन करती रही, लेकिन कुछ पता नहीं चला. युवती के शरीर पर कपड़े नहीं थे. ओरमांझी पुलिस ने आसपास के लोगों को मौके पर बुलाकर शव दिखाया गया. लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पाया है. इधर युवती की पहचान और अपराधियों की जानकारी देनेवाले को इनाम देने की घोषणा की है. पुलिस ने सूचना देनेवाले को पांच लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है.
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