Hazaribag : हजारीबाग के अतिव्यस्त चौराहा इंद्रपुरी चौक के पास रविवार की अपराह्न तेज रफ्तार हाईवा ने एक भिखारी नूरा निवासी शहीद इम्तियाज उर्फ ताज (53 वर्ष) को सरेआम कुचल दिया. इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. वह विक्षिप्त था और भीख मांगकर अपना जीवन-यापन कर रहा था.
स्थिति यह है कि उस भिखारी का कोई परिवार नहीं है, इस वजह से हाईवा पर केस करनेवाला भी कोई नहीं है. हालांकि उस वाहन को लोगों ने रोक लिया और हाईवा समेत चालक को लोहसिंगना थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया.
हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर दिया और ट्रैफिक पुलिस के खिलाफ गुस्से का इजहार करने लगे. लोगों का कहना था कि हेलमेट और ट्रिपल लोड के नाम पर वसूली करनेवाली ट्रैफिक पुलिस उस वक्त कहां थी, जब भारी वाहन हाईवा की इस रोड में एंट्री हुई.
हैवी हॉर्न बजाने के कारण भिखारी घबराकर इधर-उधर भागने के क्रम में ट्रक की चपेट में आ गया. वहीं शहर के भीड़ भरे इलाके में हाईवा को कैसे घुसने दिया गया.
यह हर दिन ही हालत है. आज बड़ा हादसा हो गया. अगर नो एंट्री नहीं की गई, तो अगले दिन भी बड़ी दुर्घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है. यह चौक शहर के बीचोबीच है. रोज हजारों विद्यार्थियों की भी आवाजाही होती है. विष्णुगढ़-बगोदर से लेकर कटकमसांडी-चतरा तक आने-जाने का यह रूट है.
हर दिन हजारों लोग इस मार्ग पर चलते हैं और दिनभर यह रोड व्यस्त रहता है. ऐसे में शहर में इस रोड से बड़े वाहनों के लिए नो इंट्री नहीं लगाई गई, तो आगे भी ऐसे हादसे हो सकते हैं. इससे पहले भी इस रोड से आगे कल्लू चौक के पास ट्रक की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.
बकरीद को लेकर भी फिलहाल इस एरिया में काफी भीड़ उमड़ रही है. बकरे के विक्रेता और खरीदार इंद्रपुरी चौक के आसपास बाजार लगाए हुए हैं. ऐसे में तेज रफ्तार के साथ बड़े वाहनों का प्रवेश लोगों की जिंदगी से खेलने से कम नहीं है.
इस संबंध में ट्रैफिक इचार्ज अरविंद मांझी ने बताया कि हजारीबाग-चतरा रोड होने के कारण इसे नो एंट्री जाने में नहीं रखा गया है. हालांकि इसका एक भाग शहर में आता है. तेज हॉर्न के सवाल पर उन्होंने कहा कि नॉर्मल हॉर्न बजाने की इजाजत है.