Guwahati : एक राजनेता के रूप में मुझे बहुत खुशी है कि वामपंथी उदारवादियों ने कांग्रेस को बट्टे खाते में डालना शुरू कर दिया है. यह पीएम मोदी की सबसे बड़ी उपलब्धि है कि अब उदारवादी कह रहे हैं कि कांग्रेस अब एक ऑप्शन नहीं बल्कि क्षेत्रीय दल है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने यह बात कही. इस क्रम में असम के सीएम ने कहा कि मुझे लगता है कि हम सहमत हैं कि कांग्रेस मुक्त भारत एक वास्तविकता है और लोग अब क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के एक साथ आने की बात करने लगे हैं.
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राष्ट्रीय विकल्प बनना क्षेत्रीय पार्टियों के लिए कभी भी संभव नहीं होगा
हिमंत बिस्वा सरमा का मानना है कि राष्ट्रीय विकल्प बनना क्षेत्रीय पार्टियों के लिए कभी भी संभव नहीं होगा. क्योंकि सभी राज्य एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं. कहा कि बंगाल और बिहार एक साथ नहीं आ सकते, बंगाल और असम एक साथ नहीं आ सकते . अगर आप इन्हें साथ लाने का प्रयास भी करते हैं तो इसमें काफी संघर्ष और दोष उत्पन्न होंगे. इसलिए क्षेत्रीय दलों का एक साथ आना राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा की ताकत कम नहीं कर सकता
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भाजपा और कांग्रेस का कल्चर काफी अलग
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि भाजपा की संस्कृति की जड़ें भारत के जमीनी स्तर पर हैं, इसलिए लोग पीएम मोदी के बारे में कुछ भी कहें, वह पंथ नहीं हैं, वह एक पिता तुल्य हैं. उन्होंने नयी पीढ़ी के लोगों को राजनीति में जगह दी है. वह पूरी तरह से राष्ट्र के लिए प्रतिबद्ध हैं. कहा कि राहुल गांधी और पीएम मोदी में कोई समानता नहीं है. कोई अपने परिवार को सशक्त बनाना चाहता है तो कोई भारत की युवा पीढ़ी को सशक्त बनाना चाहता है.