Kiriburu : सेल की मेघाहातुबुरु लौह अयस्क खदान के सामुदायिक भवन में आयोजित हिंदी दिवस और राजभाषा पखवाड़ा का रविवार को समापन हो गया. समापन समारोह का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि मेघाहातुबुरु के महाप्रबंधक राजीव बर्मन ने दीप प्रज्वलित कर किया. राजभाषा पखवाड़ा के उद्घाटन सत्र 12 सितंबर से लेकर 26 सितंबर तक कुल 27 प्रतियोगिताएं ( वाद – विवाद, निबंध, कविला पाठ, आवेदन पत्र लेखन, टिप्पण पत्र लेखन, श्रुति लेख, क्विज, पेंटिग और नारा पोस्टर ) इत्यादि का आयोजन किया गया. इन प्रतियोगिताओं में शामिल लगभग 140 से अधिक विजेताओं को समापन समारोह में पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम में महिलाओं व बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों का भरपूर मनोरंजन किया.
आधुनिक भाषाओं में हिंदी का विशिष्ट स्थान:बर्मन
मुख्य अतिथि राजीव बर्मन ने अपने संबोधन में कहा कि आज हिंदी पूरे विश्व की भाषा बन चुकी है और हिंदी हमारी राजभाषा है. इसमें कार्य करना सरल और सहज है. जिस प्रकार प्राचीन भाषाओं में संस्कृत विशिष्ट स्थान रखती है, उसी प्रकार आधुनिक भाषाओं में कई दृष्टियों से हिंदी अपना विशिष्ट स्थान रखती है. इसका विकास बिल्कुल सुनिश्चित वैज्ञानिक प्रणाली से हुआ है, जैसे किसी सुर शिल्पी ने हिंदी की भाषिक मूर्ति का निर्माण बहुत ही सोच समझकर किया हो. अपनी मां, मां की भाषा, अपनी देश की माटी का कहना ही क्या, इससे बढ़ कर हमलोगों के लिए कुछ भी नहीं है. जिस तरह भारत पूर्व में सारे लोगों का आश्रय बना, उसी तरह हिंदी ने संपर्क में आने वाली सारी भाषाओं को अपने में समाहित कर ली है. लोगों को अपनी पारम्परिक भाषा का विकास के साथ-साथ हिन्दी भाषा का बडे़ पैमाने पर विकास पर कार्य करने की जरूरत है.
समापन समारोह के दौरान मंच संचालन अवधेश कुमार (वरिष्ठ प्रबंधक, सर्वेक्षण) और धन्यवाद ज्ञापन मनोज कुमार (सहायक महापबंधक) द्वारा किया गया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से संजय कुमार सिंह (महाप्रबंधक, खान), मनीष राय (महाप्रबंधक, विद्युत), एनके विश्वास (वरिष्ठ प्रबंधक, वित), अजय मिश्रा (सहायक प्रबंधक), आलोक वर्मा, सीताराम महतो आदि सैकड़ों लोग उपस्थित थे.