Ranchi : आईएमए झारखंड, आईएमए रांची, एचबीआई, वीमेंस डॉक्टर्स विंग ऑफ आईएमए और झासा के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने सूबे के स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात की. प्रतिनिधि मंडल ने बन्ना गुप्ता के आवासीय कार्यालय पर मुलाकात कर चिकित्सकों को हो रही समस्याओं से अवगत कराया. साथ ही प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने लातेहार जिले के चंदवा की महिला चिकित्सक डॉ नीलिमा कुमारी के अपहरणकर्ताओं की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की.
डॉ नीलिमा के अपहर्ताओं की अविलंब गिरफ्तारी हो
आईएमए के सचिव डॉ प्रदीप सिंह ने कहा कि चिकित्सकों की बहुत सारी समस्याएं हैं. स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर इन समस्याओं से अवगत कराया गया है. डॉ प्रदीप सिंह ने कहा कि चंदवा की महिला चिकित्सक डॉ नीलिमा कुमारी का शाम 7:30 बजे अपहरण कर लिया जाता है . ढाई लाख की फिरौती वसूलने के बाद उन्हें छोड़ा जाता है. इससे चिकित्सकों में भय का माहौल है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री को इस पूरे प्रकरण से अवगत कराते हुए जल्द कार्रवाई की मांग की गयी है.
27 जनवरी को डीजीपी से मिलेगा आईएमए का प्रतिनिधिमंडल
वीमेंस डॉक्टर्स विंग ऑफ आईएमए की अध्यक्ष डॉ भारती कश्यप ने कहा कि काम करने के दौरान एक आदिवासी महिला चिकित्सक के अपहरण से सभी चिकित्सकों में नाराजगी है. उन्होंने कहा कि हम सभी चिकित्सक संगठनों की एकजुटता के कारण प्रशासन ने अपहर्ता की कार को बरामद कर लिया है. लेकिन अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है. स्वास्थ्य मंत्री को इस मामले से अवगत कराया गया है. कहा कि आईएमए का प्रतिनिधि मंडल 27 जनवरी को झारखंड के डीजीपी से मिलकर अपनी बात रखेगा.
क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में संशोधन की जरूरत- डॉ शंभू प्रसाद
आईएमए रांची चैप्टर के अध्यक्ष डॉ शंभू प्रसाद ने कहा कि सरकार द्वारा जो क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट बनाया गया है, वह काफी जटिल है. इस एक्ट से छोटे अस्पतालों पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा. स्थिति ऐसी हो जायेगी कि इसे बंद भी करना पड़ेगा. जिससे राज्य के लोगों को ही नुकसान होगा. हमारी मांग है कि 50 बेड से कम वाले अस्पतालों को इस एक्ट से बाहर रखा जाये. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि एक कमेटी का गठन करते हुए एक्ट पर पुनर्विचार किया जाये. क्योंकि हरियाणा में 50 बेड से कम वाले अस्पतालों को इस एक्ट से बाहर रखा गया है.
सरकार द्वारा निर्धारित रेट से जांच करने पर होगा नुकसान
डॉ एस शरण टेस्टिंग सेंटर की संचालिका डॉ शिप्रा शरण ने कहा कि सरकार द्वारा आरटी-पीसीआर और रैट टेस्टिंग के लिए जो शुल्क निर्धारित किया गया है, वह काफी कम है. इस कारण सभी टेस्टिंग सेंटर जांच कर पाने में सक्षम नहीं हैं. इसलिए निजी टेस्टिंग सेटरों ने जांच शुल्क बढ़ाने की मांग की है.
चिकित्सकों की समस्याओं पर जल्द लिया जायेगा ठोस निर्णय
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल की सभी समस्याओं को सुना. उन्होंने महिला चिकित्सक के अपहरण मामले में संज्ञान लेते हुए तत्काल राज्य के गृह सचिव राजीव अरुण एक्का को कॉल कर विधि सम्मत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि जल्द अपराधी की गिरफ्तारी होनी चाहिए.
क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट पर फिर से विचार करेगी सरकार
क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस पर सरकार के स्तर से विचार किया जा रहा है. वहीं मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट में विसंगतियों की जानकारी चिकित्सकों ने दी है. जिसपर निर्णय लिया जायेगा. वहीं कोरोना टेस्टिंग के शुल्क को बढ़ाये जाने के मामले पर बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकार द्वारा जो रेट तय किया गया है उस पर एक बार फिर से विचार किया जायेगा.