Vinit Upadhyay
Ranchi: राजधानी रांची के बरियातू रोड स्थित सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-बिक्री के साथ ही साथ चेशायर होम रोड की जमीन खरीद-बिक्री मामले की भी जांच ईडी कर रही है. आए दिन चेशायर होम रोड के खाता नंबर 37 के भूखंड को लेकर नए -नए खुलासे हो रहे हैं. रांची के रहनेवाले रंजन सिंह ने भी अपनी पत्नी के नाम पर खाता 37 की 42 डिसमिल दमीन खरीदी है. रंजन सिंह झारखंड के बड़े कांट्रेक्टर हैं. चेशायर होम रोड में रामदीरी भवन नाम से उनका आलीशान घर भी है. यह जमीन उन्हें चार लोगों ने संयुक्त रूप से बेची है. जमीन की बिक्री करने वाले लोगों में रामरतन बजोरिया, शरद कुमार बजोरिया,ललित कुमार बजोरिया, प्रदीप कुमार बजोरिया और पवन कुमार बजोरिया का नाम शामिल है. जमीन खरीद-बिक्री के दस्तावेज पर खरीदने-बेचनेवालों के साथ ही साथ उमेश गोप का नाम भी दर्ज है, जो खुद के उस भूखंड का खतियानी मालिक होने का दावा कर रहे हैं.
किस दस्तावेज पर हस्ताक्षर, जानकारी नहीं : गोप
कांट्रैक्टर रंजन सिंह की पत्नी सुजाता के नाम से जिस भूमि को खरीदा गया है, उसमें गवाह के रूप में उमेश गोप के हस्ताक्षर सरकारी दस्तावेजों में दर्ज हैं. हालांकि जब शुभम संदेश ने उमेश गोप से इस संबंध में बात की, तो उन्होंने उक्त दस्तावेज पर अपना हस्ताक्षर होने की बात से साफ इनकार करते हुए कहा कि किस दस्तावेज पर उनके हस्ताक्षर मौजूद हैं, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है. उन्होंने खाता नंबर 37 से जुड़ी किसी जमीन की खरीद-बिक्री के पेपर पर हस्ताक्षर नहीं किया है. साथ ही उमेश गोप ने भी कहा कि वे यह साबित करने के लिए किसी भी जांच से गुजरने के लिए तैयार हैं कि रंजन सिंह की पत्नी सुजाता के नाम खरीदी गई जमीन के रिकॉर्ड पर उनका हस्ताक्षर है.
ईडी की पूछताछ में मिली हैं कई अहम जानकारियां
बता दें कि ईडी ने 13 अप्रैल को आर्मी लैंड स्कैम और चेशायर होम रोड की जमीन की खरीद -बिक्री के मामले में कार्रवाई करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार लोगों में कारोबारी प्रदीप बागची, सीआई भानु प्रताप, अफसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान, फैयाज खान और मोहम्मद सद्दाम शामिल हैं. कोर्ट की इजाजत लेकर ईडी गिरफ्तार हुए सभी अभियुक्तों से पूछताछ कर रही है. अब तक की पूछताछ में ईडी को कई अहम जानकारियां मिली हैं, जिसके आधार पर ईडी के अधिकारी आगे की जांच कर रहे हैं.