Ranchi : हेमंत सोरेन की सरकार गिराने की साजिश के आरोप में गिरफ्तार अभियुक्तों ने कमोबेश एक जैसा ही बयान दिया है. महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, जय कुमार बेलखेड़े और चरण सिंह का नाम दो अभियुक्तों के कबूलनामे में आ चुका है. अमित ने यह भी बताया है कि वह बेलखेड़े के साथ हजारीबाग में एक विधायक से मिला था. वहां उक्त विधायक ने कहा था कि उनके पास 8 विधायक हैं. चार और विधायकों का इंतजाम करना होगा.
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बॉडीगार्ड ने जयकुमार बेलखेड़े से संपर्क करवाया
आरोपी अभिषेक दुबे के बाद अब एक अन्य आरोपी अमित सिंह ने पुलिस को बताया है कि मध्यप्रदेश चुनाव के दौरान बीजेपी के एक राष्ट्रीय नेता के बॉडीगार्ड के संपर्क में आया. उस बॉडीगार्ड ने जयकुमार बेलखेड़े से संपर्क करवाया. जुलाई महीने की 5 तारीख को जय बेलखेड़े ने उसे फोन किया और कहा कि तुम्हारे पास कोई विधायक है? अमित ने बताया है कि- मैंने कहा कि हमारे एक करीबी हैं, जो स्थानीय विधायक के संपर्क में हैं. इसके बाद अमित और निवारण प्रसाद ने मनोज उर्फ गौरव कुमार से बातचीत की.
बातचीत में यह तय हुआ कि 14 जुलाई को इस बारे में बैठक होगी. 14 जुलाई को सभी लोग ओरमांझी पहुंचे. वहां एक विधायक से हमारी मुलाकात हुई. अमित ने बताया कि वह उस विधायक को नहीं पहचानता था. वहां फिर बेलखेड़े से फोन पर बात हुई. वहां तय हुआ कि दिल्ली जाना है, उसके बाद उन लोगों को 5 लोगों का नाम दिया गया. 15 जुलाई को सभी लोग शाम 6:10 की इंडिगो की फ्लाइट से दिल्ली गये. एयरपोर्ट पर सभी को हिदायत दी गयी थी कि हर आदमी को जुबान बंद रखनी है. दिल्ली में सभी लोग होटल ताज क्विंटा में रुके. एक गाड़ी में अमित सिंह, अभिषेक दुबे, चंद्रशेखर बावनकुले और चरणसिंह ठाकुर बैठे. दूसरी दूसरी गाड़ी में सभी विधायक और जयकुमार बेलखेड़े बैठे.
झारखंड के कुछ विधायक और महाराष्ट्र के लोग शामिल
अमित ने बताया है कि सिक्युरिटी चेक के बाद सभी लोग दिल्ली में बीजेपी के कई बड़े नेता के बंगले पर पहुंचे. वहां उनसे मुकालात के पहले सुरक्षाकर्मियों ने सबका मोबाइल जमा करवा लिया. चरणसिंह, बावनकुले, बेलखेड़े और सभी विधायक के रूम में चले गये. अमित सिंह समेत रांची से गये बाकी लोगों को बाहर ही रुकने को कहा गया. वहां से लौटने के बाद बेलखेड़े स्थानीय विधायकों के साथ किसी दूसरे होटल चले गये. बातचीत होने के बाद हम सब वापस रांची आ गये. दो दिन बाद फिर बेलखेड़े का फोन आया. उसने पूछा कि कोलकाता और पटना कितनी कितनी दूर है. कौन सा रूट सही होगा. अमित ने उसे कोलकाता का सुझाव दिया.
अमित ने बताया है कि रांची में उसकी मुलाकात संतोष कुमार से हुई. अमित ने उसे हजारीबाग चलने के लिए कहा. हजारीबाग के मॉनसून रेस्टोरेंट में उनकी मुलाकात बेलखेड़े से हुई. उसके साथ अभिषेक दुबे और एक और अनजान व्यक्ति था. वहां से सभी विधायक से मिलने के लिए कार से हजारीबाग निकले. शाम करीब सात बजे सर्किट हाउस में विधायकजी से मुलाकात हुई. बातचीत में विधायकजी ने कहा कि हमारे पास 8 विधायक हैं. 4 और विधायकों का इंतजाम करना होगा. अमित ने बताया है कि सरकार गिराने के प्रयास में झारखंड के कुछ विधायक और महाराष्ट्र के लोग शामिल हैं.
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