Koderma : झुमरीतिलैया से रांची जाने के क्रम में एक महिला अपने दो बच्चों संग लापता हो गई. इस संबंध में महिला के भाई ने तिलैया थाना में सनहा दर्ज कराई है. जानकारी अनुसार मडुआटांड निवासी रुद्र कुमार सिन्हा, पिता ललन प्रसाद सिन्हा महुआटांड़ में किराए के मकान में रहता था. 12 मार्च को उसकी बहन नेहा कुमारी सिन्हा, पति मनीष कुमार सिन्हा गैस गोदाम गली, कलाली रोड, वार्ड नंबर 22 निवासी उसकी शादी में उसके घर मडुआटांड़ आई थी. 16 मार्च की सुबह 11 बजे उसकी बहन अपने दोनों बच्चों के साथ अपने पति के पास रांची के लिए तिलैया बस स्टैंड से जय हो नामक बस जेएच 10 एटी 1491 बस से गई. दोपहर 2 बजे जब रूद्र ने अपनी बहन को फोन किया तो उसका फोन स्विच ऑफ था. शाम को उसने अपने बहनोई को फोन किया तो पता चला कि उसकी बहन रांची नहीं पहुंची है. बाद में उसने अपने स्तर पर काफी खोजबीन की पर उसका कोई पता नहीं चल पाया. इसे लेकर रूद्र कुमार सिन्हा ने तिलैया थाना में सनहा दर्ज करा कर अपनी बहन एवं उसके दो बच्चे अनमोल कुमार सिन्हा एवं नैना कुमारी सिन्हा की खोजबीन करने का आग्रह किया है.
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दूसरी खबर
दुपट्टे से झूलता युवती का शव बरामद
तिलैया थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 15 स्टेशन रोड स्थित हनुमान मंदिर के निकट संतोष कुमार के घर से पुलिस ने दुपट्टे से झूलता एक युवती का शव बरामद किया है. युवती की पहचान काजल गुप्ता (22) पिता संतोष कुमार गुप्ता के रूप में की गई है. घटना शुक्रवार दोपहर 3 बजे की बताई जा रही है. घटना के वक्त युवती अपने घर के एक रूम में बंद थी. परिजनों ने खाने के लिए जब आवाज दी तो कोई आवाज नहीं आई. लोगों ने घर के दरवाजे को तोड़कर देखा तो युवती का शव दुपट्टे से झूल रहा था. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. प्रत्यक्षदर्शी की माने तो युवती पिछले 10 दिनों से काफी मानसिक तनाव में थी. वैसे घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है.
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तीसरी खबर
पांच दिवसीय विशेष मध्यस्थता कार्यक्रम का समापन
जिला विधिक सेवा प्राधिकार, कोडरमा के तत्वावधान में पांच दिवसीय 13 मार्च से 17 मार्च तक मध्यस्थता शिविर का आयोजन किया गया. इस विशेष मध्यस्थता कार्यक्रम में वादों के निष्पादन में कोडरमा में कार्यरत मध्यस्थ जगदीश सलूजा, निरंजन प्रसाद, भुनेश्वर राणा, सुरेश कुमार, संजय कुमार सिंह, लखन प्रसाद सिंह, सुधीर कुमार सिन्हा व कामाख्या नारायण सिंह मौजूद थे. मध्यस्थता शिविर में लम्बित कुल 05 वादों का सफल निष्पादन किया गया, जिसमे अधिकांश मामले पारिवारिक विवादों से सम्बंधित थे. मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार, कोडरमा के सचिव अभिषेक प्रसाद ने कहा कि समझौता के माध्यम से पारिवारिक विवादों का निपटारा किया जाना विवादों के स्थायी समाधान का सबसे सशक्त माध्यम है. उन्होंने पक्षकारों का आह्वान करते हुए कहा कि आगे भी इस प्रकार का विशेष मध्यस्थता शिविर का आयोजन किया जाता रहेगा जिसमे वह अपने छोटे-छोटे विवादों को दरकिनार कर मध्यस्थ के समक्ष अपने वाद का समझौता कर समय और पैसे की बचत कर सकते हैं. कार्यक्रम को सफल बनाने में कुटुम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश सैय्यद सलीम फातमी, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, कोडरमा के सचिव अभिषेक प्रसाद, न्यायालयकर्मी, रणजीत कुमार सिंह, प्रियंका कुमारी, राजेंद्र कुमार, मूंगा लाल दास, सत्यम कुमार शर्मा, संतोष कुमार सिंह, प्रभात कुमार, दशरथ यादव, नरेश कुमार रजक सहित अधिवक्ताओं की भूमिका सराहनीय रही.