Jamshedpur : सोमवार को उलीडीह थाना में हुए बवाल को लेकर 23 नामजद व 100 अज्ञात पर केस किया गया है. थाना प्रभारी मेघनाथ मंडल के बयान पर सभी के खिलाफ नाजायज मजमा बनाकर सरकारी कार्य में बाधा डालने, सड़क जाम करने और कोरोना महामारी गाइडलाइन का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया गया है. एसआई युधिष्ठिर कुमार प्रजापति को मामले का जांच अधिकारी बनाया गया है. प्राथमिकी में सीजीपीसी प्रधान गुरमुख सिंह मुखे, प्रदेश गुरुद्वारा के प्रधान सरदार शैलेन्द्र सिंह, ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन के पूर्वी भारत प्रमुख सतनाम सिंह गंभीर, ट्रक टेलर एसोसिएशन के अध्यक्ष जसवीर सिंह शीरे, कुलविंदर सिंह, सुखदेव सिंह, हरजीत सिंह, गुरविंदर सिंह, मानगो गुरुद्वारा के जसवंत सिंह जस्सू, मनदीप सिंह मोनी, जगजीत सिंह विंकल, जसविंदर सिंह सुखू, त्रिलोक सिंह, लवप्रीत सिंह, फौजी, मंजीत सिंह, लाड़ी उर्फ भुट्टे, जगजीत सिंह, रॉकी, गुरदास सिंह, जसवीर सिंह सोनी, गुरताज सिंह, गोल्डी और अन्य 100 को आरोपी बनाया गया है.
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उल्लेखनीय है कि उलीडीह थाना के एसआई प्रदीप कुमार सोमवार को लूटकांड के आरोपी को गिरफ्तार करने उसके घर गए थे. वहां आरोपी के नहीं मिलने पर उसके जीजा को पकड़ कर थाना ले आए थे. इस संबंध में थाना प्रभारी से बात मानगो गुरुद्वारा के प्रधान भगवान सिंह पहुंचे. वहां एसआई प्रदीप कुमार ने उनके साथ धक्का-मुक्की और दुर्व्यवहार किया. इसकी जानकारी मिलते ही सैकड़ों की संख्या में सिख समुदाय के लोग उलीडीह थाना पहुंचे और थाना के सामने डिमना रोड को लगभग दो घंटे से अधिक समय तक जाम कर दिया था. वे लोग एसआई से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने और उसपर कार्रवाई की मांग कर रहे थे. इस संबंध में एक आवेदन भी सौंपा. इसके बाद डीएसपी सुमित कुमार के समक्ष बंद कमरे में एसआई ने खेद जाताया. डीएसपी ने सिख समुदाय को आश्वासन दिया कि एसआई को लाइन क्लोज कर विभागीय कार्रवाई की जाएगी. इसके बाद सड़क जाम हटाया गया था.