Samastipur: जिले के सरायरंजन थाना क्षेत्र स्थित झखड़ा गांव में दिनदहाड़े सीएसपी संचालक सुनील कुमार की गोली मारकर हत्या के मामले में सप्ताह भर बाद भी पुलिस के हाथ अभी खाली हैं. अभी तक हत्यारों का कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग सका है. हालांकि पुलिस इस संबंध में कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है. लेकिन कहीं से कोई जानकारी अभी तक नहीं मिली है. कई संदिग्धों के घर पुलिस ने दबिश दी है, लेकिन किसी नतीजे पर पुलिसा नहीं पहुंच सकी है.
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जदयू जिलाध्यक्ष के भाई की हत्या का घटनाक्रम
सरायरंजन थानाक्षेत्र के मेयारी निवासी 40 वर्षीय सुनील कुमार ने मेयारी चौक पर ग्राहक सेवा केन्द्र खोल रखा था. 7 जून को सरायरंजन चौक स्थित सेंटर बैंक आफ इंडिया से रुपये लेकर बाइक से घर लौट रहे थे. इसी क्रम में झखड़ा गांव के निकट बाइक सवार बदमाशों ने दिन दहाड़े लूट के दौरान सुनील को गोलियों से भून डाला. और बाइक से 3 लाख 60 हजार रुपये लूट लिए. मृतक सुनील कुमार उजियारपुर के पूर्व सांसद सह जदयू जिलाध्यक्ष अश्मेघ देवी के भाई थे. हालांकि एसपी ने हत्यारों की गिरफ्तारी को लिए एसआईटी का गठन किया है.
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लूट और हत्याकांड का जल्द होगा पर्दाफाश
पुलिस की तकनीकी सेल ने घटनास्थल के आस-पास के इलाके में कई सीसी कैमरे की फुटेज खंगाला. लेकिन अभी तक नतीजे पर नहीं पहुंच पायी है. सूत्रों की मानें तो दो बाइक पर सवार पांच की संख्या में आए बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया था. इसके बाद सभी बदमाश ग्रामीण इलाके से होते हुए एनएच के रास्ते सातनपुर की ओर भाग निकले. घटना के बाद पुलिस टीम लगातार दबिश बनाकर संदिग्धों का सुराग खोजने में लगी है. ताजपुर, बंगरा, सातनपुर समेत एक दर्जन से अधिक संभावित ठिकानों पर छापेमारी की गई. बावजूद हत्यारों का सुराग नहीं मिल सका है. पुलिस का कहना है कि मामले में जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
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