Saurav Shukla
Ranchi : रिम्स अस्पताल राज्य के गरीब मरीजों के लिए वरदान है. इस अस्पताल में न सिर्फ झारखंड, बल्कि पड़ोसी राज्य के मरीज भी अपना इलाज करवाने के लिए आते हैं. लेकिन अधिकारियों की उदासीनता और टेंडर के पचड़े में फंस जाने की वजह से रिम्स की पुरानी बिल्डिंग के सभी 11 लिफ्ट लंबे समय से खराब हैं. जिसका खमियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. गंभीर मरीजों को वार्ड में शिफ्ट करने के लिए ट्रॉली मैन को रैंप का सहारा लेना पड़ रहा है. जिस कारण वार्ड तक पहुंचने में मरीजों को वक्त तो लगता ही है, उनकी जान भी सांसत में रहती है. जानकारी के मुताबिक लिफ्ट के रखरखाव की जिम्मेवारी पहले आरोही एलिवेटर के हाथों में थी. कंपनी का टेंडर खत्म हो चुका है. जिसके बाद नए सिरे से टेंडर की प्रक्रिया नहीं होने की वजह से लिफ्ट की मरम्मत का काम नहीं हो पा रहा है.
गर्भवती महिलाओं को हो सबसे ज्यादा दिक्कत
रिम्स की पुरानी बिल्डिंग के चौथे तल्ले पर गाइनिकॉलजी विभाग है. यहां प्रसूति महिलाओं का इलाज किया जाता है. उनका प्रसव यहीं कराया जाता है. ऐसे में गर्भवती महिलाओं को भर्ती करने के लिए ट्रॉली मैन उन्हें रैंप से विभाग तक लेकर जाते हैं. इस दौरान गर्भवती महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी होती है. क्योंकि प्रसव पीड़ा से कराहती गर्भवती महिलाओं को रैंप से ले जाने के दौरान उनकी पीड़ा और बढ़ जाती है.
रिम्स किचन के कर्मचारियों को ट्रॉली धकेलने पर सीने में हो रहा है दर्द
रिम्स में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को पांच वक्त का भोजन देने का प्रावधान है. ऐसे में लिफ्ट खराब होने की वजह से किचन के कर्मचारी ट्रॉली को रैंप के सहारे धकेल कर वार्ड तक ले जाते हैं. खाने की ट्रॉली का वजन करीब 2 क्विंटल तक होता है. जिस वजह से कर्मचारियों को ट्रॉली धकेलने के दौरान सीने में दर्द की शिकायत भी हो रही है.
9 नंबर लिफ्ट डेढ़ साल से है खराब
रिम्स की पुरानी बिल्डिंग में कुल 11 लिफ्ट लगाए गए हैं. इनमें से 09 नंबर लिफ्ट पिछले डेढ़ साल से खराब है. जबकि 08 नंबर लिफ्ट 24 अप्रैल, 11 नंबर लिफ्ट 02 मई और अन्य लिफ्ट पिछले 20 दिनों से खराब पड़े हुए हैं.
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