Ranchi: केंद्रीय सरना संघर्ष समिति और हेसल सरना समिति के बैनर तले करम मिलन समारोह का आयोजन पिस्का मोड़ हेसल मैदान में किया गया. केंद्रीय सरना संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष शिवा कच्छप ने कहा कि अपनी संस्कृति और अस्मिता की रक्षा के लिए आगे आने की जरूरत है. आज चारो ओर से आदिवासी और आदिवासियत पर हमला हो रहा है. हम आधुनिकता की दौड़ में अपनी परंपरा, पूजा-पाठ से दूर होते जा रहे हैं. युवा वर्ग में यह कमी देखने को मिल रही है. इस मौके पर यूपीए सरकार द्वारा 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति कैबिनेट से पास होने पर सरकार को बधाई दी गयी.
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“धरम की अवधारणा पर टिका हुआ करम पर्व”
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पंडरा ओपी के थाना प्रभारी चंद्रशेखर ने कहा कि करम पूजा की मूल भावना को समझे. यह पर्व करम धरम की अवधारणा पर टिका है. इसके साथ ही करम प्राकृति के साथ हमारे रिश्तों के जुड़ाव का प्रतीक है. इस मौके पर पूर्व मुखिया सुनील तिर्की, अल्विन लकड़ा, मुंमतीत खान, पूर्व मुखिया संजय तिर्की, अन्नू मुंडा ने भी अपने विचार रखे. कार्यक्रम के बाद करम मिलन समारोह में आदिवासी महिला-पुरूष जमकर थिरके. कार्यक्रम को सफल बनाने में अनिता उरांव, मीणा देवी, सती तिर्की, कुईली उरांव, बसंती कुजूर, सोनी तिर्की, सिवानी तिर्की, झलकी तिर्की, नमिता तिर्की, शोभा तिर्की, सिम्पी कुजूर, नुरी तिर्की आदि की अहम भूमिका रही.
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