शुभम संदेश को शुभकामना, जिसने सभी पंचायत प्रतिनिधियों को एकजुट कर अपनी बात रखने का मौका दिया. हम जनप्रतिनिधियों का आत्मविश्वास बढ़ाने का काम किया है.
Ranchi : लगातार मीडिया का दैनिक अखबार शुभम संदेश के बैनर तले शनिवार को रांची प्रेस क्लब में झारखंड के पंचायत और जिला परिषद प्रतिनिधियों के सपने विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इसमें पंचायत और जिप प्रतिनिधियों ने झारखंड को लेकर अपने सपनों की बात की. कार्यक्रम में जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, मुखिया, वार्ड पार्षद समेत गणमान्य लोग उपस्थित हुए और अपने क्षेत्र के विकास व समस्याओं को लेकर अपने विचार रखे.
सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार बुढ़मू ब्लॉक में है – मनोज
बुढ़मू पूर्वी जिला परिषद सदस्य मनोज कुमार ने कहा कि सपने जीवन में कई सारे होते हैं, लेकिन एक जनप्रतिनिधि जब चुनकर आता है, तो उसके सपने जनता के सपने बन जाते हैं. उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों की तरह झारखंड में जनप्रतिनिधियों को शक्ति नहीं मिली है, जो जनप्रतिनिधियों को मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं अपने ब्लॉक की बात करूं, तो सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार मेरे ब्लॉक में है. चाहे वह मनरेगा योजना हो, कुआं, बकरी व गाय शेड की तमाम चीजों में व्यापक भ्रष्टाचार है. यहां तक कि जन वितरण प्रणाली में लोगों से पैसे लिए जाते हैं. इस भ्रष्टाचार को मैं अपने क्षेत्र से समाप्त करना चाहता हूं.
सरकार यह नहीं चाहती पंचायत को पावर मिले
चान्हो जिला परिषद सदस्य मो आदिल : उनका कहना था कि झारखंड में तीसरी बार पंचायत चुनाव हुआ है. चाहे बीजेपी की सरकार हो या फिर कोई और सरकार हो, कोई सरकार यह नहीं चाहती है कि पंचायत को पावर दिया जाए. लेकिन जनप्रतिनिधियों को पावर मिलना चाहिए और इसके लिए तमाम जनप्रतिनिधियों को लड़ाई लड़ने की आवश्यकता है. गांव की सरकार को मजबूत करने की दिशा में काम करने की जरूरत है. जब गांव पंचायत का विकास होगा, तब राज्य और देश का विकास होगा.
पिठोरिया पंचायत की मुखिया मुन्नी देवी : उनका कहना था कि गांव की सरकार सिर्फ नाम की है. स्थानीय आवश्यकता के अनुरूप कार्य नहीं हो पाता है. इस स्थिति को बदलना है. तब सही मायने में विकास अंतिम व्यक्ति तक पहुंचेगा.
तमाम योजना समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचायेंगे
बोड़या पंचायत के मुखिया सोमा उरांव : उन्होंने कहा कि सबसे पहले शुभम संदेश को शुभकामना, जिसने सभी पंचायत प्रतिनिधियों को एकजुट कर अपनी बात रखने का मौका दिया. मेरा कहना है कि सभी जनप्रतिनिधियों को एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता है. जब मैं पंचायत समिति सदस्य था, तब मुझे लगता था कि मैं मुखिया रहता तो अपने क्षेत्र में विकास का कार्य करता. जहां पर जरूरत है, वहां पर चापानल देता. लेकिन आज मैं मुखिया बनकर आया हूं, तो मैं अपने सपने को पूरा करने का काम करूंगा. जरूरतमंद व्यक्ति तक वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, विकलांगता, राशन कार्ड, प्रधानमंत्री आवास इन तमाम योजना समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सके, यह मेरी प्राथमिकता रहेगी. उन्होंने कहा कि खेल का मैदान मेरे क्षेत्र में बने, इसकी भी सरकार से मांग रहेगी. बच्चों को शिक्षा से जोड़ना लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि लोग पंचायत चुनाव जीतने के लिए पैसे उड़ाते हैं. लेकिन मैं चुनाव में किसी भी रूप में किसी को पैसा नहीं दिया हूं. उन्होंने कहा कि इस वक्त बालू और गिट्टी की किल्लत है. उसे देखते हुए सरकार इस किल्लत को दूर करे, ताकि गरीब जनता का प्रधानमंत्री आवास बन सके.
पंचायत में रहकर काम करें पदाधिकारी
सिरका पंचायत के मुखिया रोशन लाल मुंडा : उनका कहना है कि मैं प्रथम बार मुखिया के रूप में निर्वाचित होकर आया हूं. आज ग्रामीण अपना काम कराने के लिए ब्लॉक का चक्कर लगाते रहते हैं. लेकिन उसका काम नहीं हो पाता है, जबकि पंचायत में पंचायत सचिवालय बना हुआ है. उसमें काम नहीं होता है. मेरा कहना है कि जब प्रखंड मुख्यालय बना हुआ है, तो पदाधिकारी को प्रखंड मुख्यालय में ही बैठना चाहिए. पदाधिकारी पंचायत के नाम पर वेतन पाते हैं, तो पंचायत में रहकर काम करें. शिक्षा की बात करें. कोई शिक्षक स्कूल के 3 किलोमीटर के अंतराल में नहीं रहते हैं. उनका आना-जाना शहर से होता है.
हेसलपीरी के पंचायत समिति सदस्य गौरव कुमार महतो का कहना है कि गांव के विकास के सभी को समन्वय बनाकर काम करने की आवश्यकता है, ताकि गांव का विकास हो सके.
शुभम संदेश के कार्यक्रम ने आत्मविश्वास बढ़ाया- महली
पिठोरिया के वार्ड सदस्य रामलगन महली ने कहा कि शुभम संदेश के द्वारा जो यह कार्यक्रम कराया गया है उसने हम जनप्रतिनिधियों का आत्मविश्वास बढ़ाने का काम किया है. क्षेत्र के जनप्रतिनिधि होने के नाते मेरा एक सपना है कि क्षेत्र में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले. विधवा, वृद्धा, विकलांग, प्रधानमंत्री आवास हर जरूरतमंद को मिले. इसके लिए सभी जनप्रतिनिधियों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है.
पिठोरिया पंचायत समिति सदस्य सरवन गोप ने कहा कि गांव की सरकार तब मजबूत होगी, जब सभी जनप्रतिनिधि एक साथ मिलकर काम करेंगे. क्योंकि क्षेत्र और ब्लॉक स्तर पर भ्रष्टाचार तभी जाकर मिटेगा.
विकास नहीं होने का मुख्य कारण है भ्रष्टाचार
वार्ड सदस्य जगरनाथ मिश्रा ने कहा कि पंचायत में विकास नहीं होने का मुख्य कारण है भ्रष्टाचार. क्योंकि पूर्ववर्ती सरकार में पंचायत में पंचायत स्वयं सेवक की बहाल की गई थी, जिसके कारण राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ गया है. उनका मानना है कि आज ये लोग प्रधानमंत्री आवास के नाम पर गरीबों से पैसा खाने का काम करते हैं. इसे समाप्त करने की आवश्यकता है.
कांके क्षेत्र सबसे ज्यादा पिछड़ा
जिला परिषद सदस्य हिना परवीन के प्रतिनिधि जमील अख्तर ने कहा कि गांव की सरकार तब मजबूत होगी, जब गांव के जनप्रतिनिधि मजबूत होंगे. लेकिन जनप्रतिनिधियों को वह शक्ति नहीं मिली है. कांके क्षेत्र सबसे ज्यादा पिछड़ा हुआ है. रिंग रोड से सटे कई ऐसे गांव हैं जहां सड़क की स्थिति जर्जर है. उनको ठीक करना मेरा लक्ष्य रहेगा. उन्होंने कहा कि हिना परवीन का भी सपना है कि क्षेत्र में विकास हो.
जमीन के नाम पर सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार
गुड़िया के हरिशंकर : एक जनप्रतिनिधि जब चुनाव जीतता है तो उसकी भावना बदल जाती है. वह अपने विचार से भी मुक्त हो जाता है. लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. आज ब्लॉक स्तर पर सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार जमीन के नाम पर है. गरीबों की जमीन छीनी जा रही है. लूटी जा रही है. गरीबों के पास इतना पैसा नहीं कि वह अपने हक के लिए लड़ सकते हैं. जनप्रतिनिधि गरीबों की मदद करने का काम करें.
एडीआर के संयोजक सुधीर पाल : सरकार चाहे तो जनप्रतिनिधियों को शक्ति देकर गांव की सरकार को मदद कर सकती है. क्योंकि गांव का ही जनप्रतिनिधि एक-एक व्यक्ति तक मिल पाता है. क्षेत्र बड़ा होने के कारण सांसद क्षेत्र का साल में एकाध बार ही दौरा कर पाता है.
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