Sahibganj: साहेबगंज में 1000 करोड़ के अवैध खनन घोटाले को लेकर लगे आरोप पर मुख्यमंत्री ने ईडी के सहायक निदेशक देवव्रत झा को एक पत्र लिखा. अपने पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि साहेबगंज में 1000 करोड़ रुपये के अवैध पत्थर खनन का आरोप है. जबकि पूरे राज्य में पत्थर खनन से पिछले 2 वर्षों में कुल 750 करोड़ रुपये राजस्व के रूप में मिले हैं. इसके अलावा उन्होंने कई बिंदुओं को सिलसिलेवार ढंग से भी रखा है, जो इस प्रकार है.
• पिछले दो वर्षों में 8 करोड़ मीट्रिक टन अवैध पत्थर के परिवहन के लिए प्रतिदिन 4500 ट्रक की आवश्यकता होगी, जबकि पूरे साहेबगंज में करीब 800 ट्रक ही रजिस्टर्ड और चल रहे हैं.
• साहेबगंज में 1000 करोड़ रुपये के राजस्व नुकसान के लिए करीब 8 करोड मीट्रिक टन पत्थर के अवैध खनन की आवश्यकता होगी, जो जिले में हुए वैध खनन का चार गुणा होता है.
• 8 करोड़ मीट्रिक टन पत्थर के परिवहन के लिए 20,000 से अधिक रेलवे रैक या 33 लाख से अधिक ट्रक की आवश्यकता पड़ेगी.
• रेलवे बगैर माईनिंग/मिनरल चालान के लोडिंग की अनुमति नहीं देता है. जबकि एक भी रेलवे रैक बगैर चालान के नहीं पाया गया है.
• पिछले दो वर्षों में 6500 रेलवे रेक साहेबगंज से पत्थर खनन के लिए उपयोग किए गए हैं. यदि 6500 रेलवे रैक अवैध रुप से पत्थर का खनन किया जाता है, (जो संभव नहीं है) तो भी ये 8 करोड़ मीट्रिक टन अवैध खनन किये गये पत्थर का परिवहन नहीं कर सकते.
• आरोप है कि साहेबगंज में कुछ घाट है, जहां से अवैध रुप से खनन किये गये पत्थर का परिवहन किया गया है. लेकिन उपलब्ध सभी रेलवे रैक, ट्रक और जहाज मिलकर भी 8 करोड़ मीट्रिक टन अवैध रुप से खनन किये गये पत्थर का परिवहन नहीं कर सकते.
• आरोप है कि 4 करोड़ मीट्रिक टन प्रति वर्ष अवैध पत्थर खनन को अंजाम दिया गया है, जबकि साहेबगंज में प्रत्येक वर्ष वैध खनन मात्र 1 करोड़ मीट्रिक टन पत्थर का है?
रवि केजरीवाल मेरा जानी दुश्मन
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने रवि केजरीवाल से मुझे अवैध खनन में फंसाने के लिए बयान दिलवाए हैं. वे पहले मेरी पार्टी से जुड़े थे. बाद में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई, तब से वे मेरे जानी दुश्मन बन गए हैं.