Ranjit Kumar
Medininagar (Palamu) : सरकार दुबियाखाड़ के प्रमंडलीय आदिवासी विकास महाकुंभ मेले को पहचान देने के लिए दृढ़ संकल्पित है. यह मेला पलामू के लिए विशेष महत्व रखता है. सरकार इसे पहचान दिलाएगी और पर्यटन विभाग से भी इस मेले के आयोजन में सहायता मिलेगी. पलामू के राजा मेदिनीराय समतामूलक समाज के हिमायती थे. उक्त बातें वित्त विभाग, योजना एवं विकास विभाग, वाणिज्यकर विभाग तथा खाद्य सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग के मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने कही. वे शुक्रवार को स्थानीय दुबियाखाड़ में आयोजित दो दिवसीय प्रमंडलीय आदिवासी विकास महाकुंभ मेला के उद्घाटन कार्यक्रम में बोल रहे थे.
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पलामू के इतिहास को पढ़ने का आह्वान
मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने युवा वर्ग तथा स्कूल-कॉलेज में अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों से पलामू एवं झारखंड के इतिहास को पढ़ने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि पलामू में एक से बढ़कर-एक वीर शहीद और महापुरुष हुए हैं. पलामू के लाल ने अंग्रेजों को भगाने के लिए झारखंड में विद्रोह किया। उन्होंने युवा वर्ग को प्रेरित करते हुए कहा कि अतीत को जानने से भविष्य की समझ होती है. पलामू के इतिहास, यहां की सुंदरता से लोगों को जागृत होना चाहिए. पलामू का सौंदर्य यहां के लिए ही गौरव है। इसपर हमसबों को गर्व करना चाहिए। यहां की खनिज, संपदाओं पर वैज्ञानिक तरीके से काम होना चाहिए। इससे यहां के लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने पलामू के अतीत एवं वर्तमान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पलामू में पहले से बेहतर सुधार एवं विकास हुआ है.
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पर्यटन का हब बनेगा पलामू प्रमंडल: मिथिलेश ठाकुर
पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा की दुबियाखाड़ का प्रमंडलीय आदिवासी विकास महाकुंभ मेला सरकारी मेला घोषित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि झारखंड में नई पर्यटन नीति बनी है. इसके तहत पलामू प्रमंडल को पर्यटन हब के रूप में विकसित किए जाने की योजना है. दुबियाखाड़ भी पर्यटन स्थल घोषित होगा. उन्होंने कहा कि पलामू के प्रतापी राजा मेदिनीराय की कहावत धनी-धनी राजा मेदनिया, घर-घर बाजे मथनिया की कहावत को झारखंड सरकार चरितार्थ कर रही है. 2024 तक बदला हुआ झारखंड दिखेगा. उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाएं समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों को लक्ष्य कर तैयार की जा रही है. मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने मेला आयोजन समिति को एक लाख रूपये एवं मेले में आदिवासी कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति से अभिभूत होकर आदिवासी कला दल को 25,000 रूपये दिये.
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मेला और आगे बढ़ेगा
मनिका विधायक रामचंद्र सिंह चेरो ने कहा कि पलामू के राजा मेदिनीराय क के नाम पर आयोजित दुबियाखांड़ का आदिवासी विकास महाकुंभ मेला और आगे बढ़ेगा. हम सभी राजा मेदिनीराय के पदचिह्न पर चलें, तो पलामू एवं राज्य का विकास होगा.आदिवासी विकास महाकुंभ मेला समिति के अध्यक्ष अर्जुन सिंह ने कहा कि दुबियाखाड़ मेला विकास कार्यों से लोगों को जोड़ता है. उन्होंने मेला विकास एवं राजा मेदिनीराय को लेकर कई कार्यक्रम आयोजित एवं संचालित करने की मांग रखी। साथ ही मेला के अन्य सदस्यों ने भी अपने विचार रखे.
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परिसंपत्तियों का किया गया वितरण
आदिवासी विकास महाकुंभ मेला में विभिन्न विभागों द्वारा परिसंपत्तियों का वितरण किया गया. समाज कल्याण विभाग की ओर से सोनी कुमारी, रेनू कुमारी, ज्योति कुमारी, गायत्री कुमारी को लाभान्वित किया गया. वहीं मुख्यमंत्री सुकन्या योजना से चंचला कुमारी, आर्यनंदनी कुमारी, शिवानी कुमारी, रश्मि कुमारी एवं निहारिका कुमारी को लाभ दिए गए. वहीं आपूर्ति विभाग की ओर से सोना-सोबरन धोती साड़ी वितरण योजना का लाभ लोगों को दिया गया. वहीं लाभुकों के बीच ग्रीन राशनकार्ड का वितरण किया गया. इसके अलावा सामाजिक सुरक्षा की ओर से जरूरतमंद लाभुकों वृद्धावस्था पेंशन दिव्यांग पेंशन विधवा पेंशन आदि पेंशन योजनाओं से लाभान्वित किया गया.मेला परिसर में स्टॉल भी लगाए गए थे. साथ ही विभिन्न तरह की दुकानें सजी थी, जहां खाने-पीने के साथ-साथ अन्य सामग्री की बिक्री की जा रही थी. वहीं मेला में झूला आदि भी लगा था, जिसका लोगों ने आनंद लिया.
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इनकी रही उपस्थिति
आदिवासी विकास महाकुंभ मेला में अतिथि, विशिष्ट अतिथि सहित सदर अनुमंडल पदाधिकारी राजेश कुमार साह, उप निदेशक जनसंपर्क आनंद, सदर अंचल अधिकारी झुनू मिश्रा सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी एवं आदिवासी विकास महाकुंभ मेला समिति के अध्यक्ष अर्जुन सिंह, उपाध्यक्ष अजय कुमार सिंह, सचिव सुरेंद्र सिंह, कोषाध्यक्ष अजीत सिंह, संरक्षक रामेश्वर सिंह, उप सचिव उमेश सिंह, पाहन शीतल सिंह चेरो, अरुण सिंह, निर्मल सिंह, श्याम नंदन सिंह, नीरज कुमार सिंह, भरदुल सिंह आदि उपस्थित थे.