New delhi: मेडिकल की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स की परेशानी बढ़ने वाली है। जानकारी मिली है कि 2021 से नीट की परीक्षा साल में दो बार की जगह एक ही बार होगी। इसका मतलब तह हुआ कि अब स्टूडेंट्स को प्रतिवर्ष एक ही मौका मिलेगा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने इस बात की पुष्टि कर दी है. मालूम हो कि नियम के अनुसार नीट (यूजी) साल में एक बार ही होना है। इस मामले में जब पिछले वर्ष एनटीए के डायरेक्टर विनीत जोशी ने कहा था कि 2021 से नीट साल में दो बार करवाया जा सकता है। लेकिन अब इसके आसार कम ही दिखायी पड़ते हैं.
जेईई मेन की होती है दो बार परीक्षा
इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन्स भी साल में दो बार आयोजित होती है। एनटीए की स्थापना के साथ ही नीट का आयोजन ऑनलाइन मोड में वर्ष में दो बार होना था, लेकिन ऐसा अब तक हो नहीं पाया।
नीट की परीक्षा दो बार होने का फायदा नहीं- डॉ. एम सी मिश्रा
एम्स दिल्ली के पूर्व डायरेक्टर डॉ. एम सी मिश्रा ने नीट की परीक्षा के बारे में बताते हुए कहा कि साल में दो बार कराने का कोई अर्थ नहीं है। 12वीं का एग्जाम मार्च में हो जाता है। नीट मई में होता है। बस उसी से एडमिशन मिल जाएगा। साल में दो बार यह परीक्षा कराने का कोई औचित्य नहीं है। एमबीबीएस के लिए एक ही बार परीक्षा होनी चाहिए।