Giridih : शुक्रवार को झामुमो ज़िला कार्यालय में इंडिया गठबंधन के घटक दलों के साथ 21 अप्रैल को रांची के प्रभात तारा मैदान में आयोजित उलगुलान रैली को सफल बनाने को लेकर बैठक की गई. बैठक की अध्यक्षता झामुमो ज़िलाध्यक्ष संजय सिंह ने की. बैठक में 21 अप्रैल को रांची में आयोजित उलगुलान महारैली में ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में गिरिडीह ज़िले से कार्यकर्ता पहुंचे इसको लेकर चर्चा की गई. साथ ही गिरिडीह लोकसभा चुनाव, कोडरमा लोकसभा चुनाव एवं गांडेय उपचुनाव को लेकर भी चर्चा की गई.
बैठक को संबोधित करते हुए गिरिडीह सदर विधायक ने कहा कि जिस तरह से इंडिया गठबंधन की रैली दिल्ली, महाराष्ट्र और पटना में हुई, वहां पर लोगों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया, ठीक उसी तरह से रांची में भी इंडिया के घटक दलों की एक महारैली है, जिसे उलगुलान रैली का नाम दिया गया है. जिसमें इंडिया गठबंधन के घटक दलों के बड़े-बड़े नेता शिरकत करेंगे. उस महारैली को सफल बनाने के लिए जो ज़िम्मेदारी गिरिडीह ज़िला को मिली है, उसने गठबंधन के तमाम नेता अपने-अपने ज़िम्मेदारी में लोगों को ले जाने का काम करेंगे. बैठक को संबोधित करते हुए गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में साथियों को उलगुलान महारैली में भाग लेना है. केंद्र में बैठी मोदी सरकार किस तरह से संस्थाओं का दुरुपयोग कर लोकतांत्रिक तरीक़े से चुने हुए मुख्यमंत्रियों को अपदस्थ करता है, उसे लोगों को बताने की ज़रूरत है.
राज्यसभा सांसद डॉ. सरफ़राज़ अहमद ने कहा कि यह रैली मुख्यत संविधान बचाने के लिए है. इस रैली के माध्यम से लोगों तक यह संदेश पहुंचाना है कि किस तरह से केंद्र में बैठी मोदी सरकार संविधान को बदलने पर आतुर है. बग़ोदर विधायक सह कोडरमा लोकसभा उम्मीदवार विनोद सिंह ने कहा कि इस रैली को सफल बनाने के लिए हमलोग कटिबद्ध हैं. बूथ स्तर पर बैठक कर लोगों को इस रैली में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया जा रहा है. भाकपा माले गिरिडीह ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में इस रैली में भाग लेगी. झामुमो जिलाध्यक्ष सिंह ने कहा कि केंद्र में बैठी मोदी सरकार पूरी तरह से निरंकुश हो गई है. गैर भाजपा साशित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भजने का काम कर रही है. झारखंड के लोकप्रिय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी झूठे मुक़दमे में ही फ़ंसाया गया है. इन्हीं जुल्मों के ख़िलाफ़ झारखंड अब फिर से उलगुलान को तैयार है और इस उलगुलान का हिस्सा बनना हर झारखंडियों के लिये सौभाग्य की बात है. गिरिडीह ज़िला की भागीदारी भी ऐतिहासिक रहेगी. बैठक में इंडिया गठबंधन में शामिल घटक दलों के कई कार्यकर्ता मौजूद थे.
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