New Delhi : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पलटी मारने और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के अकेले लड़ने के बावजूद विपक्षी गठबंधन इंडिया’ एकजुट है और यह (बहुमत का) 272 का आंकड़ा पार करेगा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने आज शनिवार को यह बात कही. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के विपक्ष के खिलाफ भ्रष्टाचार के विमर्श को खोखला करार देते हुए खारिज किया. रमेश ने पीटीआई मुख्यालय में समाचार एजेंसी के संपादकों एवं पत्रकारों के साथ बातचीत में यह भी कहा कि विपक्ष एकजुट होकर चुनाव में 272 का आंकड़ा पार करेगा और भाजपा को सत्ता से बाहर कर देगा.
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INDIA bloc intact despite JD(U) chief Nitish Kumar’s somersault, Mamata Banerjee deciding to be Mamata Banerjee: Jairam Ramesh to PTI
— Press Trust of India (@PTI_News) March 24, 2024
Prime Minister Narendra Modi’s pitch against Opposition on corruption issue hollow: Cong leader Jairam Ramesh to PTI
— Press Trust of India (@PTI_News) March 24, 2024
चुनावी बॉन्ड योजना चार लाख करोड़ के ठेकों से जुड़ी हुई हं
उन्होंने चुनावी बॉन्ड, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले झामुमो नेता हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी सहित कई मुद्दों पर बात की. साथ ही उन्होंने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के क्रमशः अमेठी और रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलों पर भी अपने विचार साझा किये. बुनियादी ढांचा संबंधी ठेके मिलने के बाद एक भाजपा सांसद द्वारा चुनावी बॉन्ड, खरीदे जाने का दावा करते हुए रमेश ने कहा, चुनावी बॉन्ड योजना के काम करने के तरीके को देखें. 4,000 करोड़ रुपये के बॉन्ड सीधे तौर पर चार लाख करोड़ रुपये के ठेकों से जुड़े हुए हैं.
चुनावी बॉन्ड और ठेके देने के बीच एक स्पष्ट संबंध है
चुनावी बॉन्ड और ठेके देने के बीच एक स्पष्ट संबंध है. उन्होंने कहा कि उनके पास इस बात के सबूत हैं कि भाजपा के पक्ष में कई कंपनियों द्वारा खरीदे गये 4,000 करोड़ रुपये के बॉन्ड सीधे तौर पर ठेके देने और उनके खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों द्वारा शुरू की गयी कार्रवाई से जुड़े हैं. कांग्रेस नेता ने कहा, यह कहना कि मोदी भ्रष्टाचार का मुद्दा उठायेंगे और यह दिखाने के लिए कि वह भ्रष्टाचार से लड़ रहे हैं, उदाहरण देने के लिए हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल के मामले का इस्तेमाल करेंगे तो ये बिल्कुल खोखला तर्क है. चुनावी बॉन्ड की कहानी को देखें, यह पूरी तरह से बदले की भावना का मामला है. उन्होंने दावा किया, जहां तक प्रधानमंत्री मोदी का सवाल है, यह दिखाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं कि भ्रष्टाचार एक खोखला मुद्दा है.