Chaibasa : तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने सोमवार को भारत बंद का आह्वान किया है. जिसका असर चाईबासा समेत विभिन्न ग्रामीण क्षेत्र में भी देखने को मिला. पूरे पश्चिम सिंहभूम में बंदी का असर दिखा. सुबह से इमरजेंसी सेवा को छोड़ सभी तरह की दुकानें बंद रहीं. झामुमो, कांग्रेस, टीएमसी, अखिल भारतीय क्रांतिकारी यूनियन के अलावा भी विपक्ष पार्टी के कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर भारत बंद को सफल बनाने में जुटे हैं. चाईबासा के पोस्ट ऑफिस चौक पर सुबह आठ बजे ही झामुमो, कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों का जमावड़ा लगा रहा. जिसके बाद मोटरसाइकिल रैली के माध्यम से पूरे शहर का भ्रमण किया गया. इस दौरान लोगों से बंद रहने का अपील भी की. झामुमो के जिला अध्यक्ष सह चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव, कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष अंबर राय चौधरी, रंजन बोयपाई समेत विभिन्न दलों के वरिष्ठ नेता व जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में बंदी को सफल बनाया जा रहा है. इस दौरान लोगों से अपील करते हुए कहा कि कृषि कानून किसान विरोधी है. बंदी को सफल बनाने में सहयोग करें. इमरजेंसी की सेवा को चालू रखें. मौके पर मुख्य रूप से झामुमो जिला सचिव सोनाराम देवगम, नगर अध्यक्ष राहुल तिवारी, कांग्रेस के सांसद प्रतिनिधि त्रिशानु राय, दिनबंधू बोयपाई, बंदी करवाने में कांग्रेस के रंजन बोयपाई, राज कुमार रजक, त्रिशानु राय, लखन बिरुवा, अशरफुल होदा, निराकर बिरुवा, विश्वनाथ तामसोय, प्रदीप विश्वकर्मा, बुल्लू दास, सिद्धार्थ होनहागा, राकेश सिंह, मुकेश कुमार, संजय रवि, मो सलीम, दीपक सोनकर, नारायण निषाद, राजू कारवा, बुद्धदेव सुंडी आदि शामिल थे.
इस पर दिखा बंदी का असर
- सार्वजनिक गतिविधि बंद, बाजार, दुकान और उद्योग को बंद करने की अपील
- इस दौरान स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी को बंद, हर तरह की सार्वजनिक ट्रैफिक को रोकने का प्रयास, हाईवे पर धरना, टोल पर प्रदर्शन
- किसान नेता तथा विपक्षी दलों ने इमरजेंसी सेवाओं को बंद से मुक्त रखा
- चाईबासा के पेट्रोल पंप रहे बंद, अवागमन हुआ बाधित
- माइनिंग क्षेत्र में लगे कंपनी पर नहीं पहुंच मजदूर, कई कंपनी रहीं बंद.