Singapur : भारतीय मूल के थर्मन षणमुगारत्नम ने सिंगापुर के राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लिया है. रॉयटर्स के मुताबिक, चुनाव विभाग ने घोषणा करते हुए बताया कि उन्होंने 70.4 फीसदी वोट के साथ जीत दर्ज की है. इससे पहले सिंगापुर में 2011 के बाद हुए पहले राष्ट्रपति चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान समाप्त हो गया. चुनाव में लोगों ने बड़ी संख्या में मतदान किया. त्रिकोणीय मुकाबले में भारतीय मूल के पूर्व मंत्री थरमन षणमुगारत्नम ने भी किस्मत आजमाया. राष्ट्रपति चुनाव में 27 लाख से अधिक लोगों ने मतदान किया. निवर्तमान राष्ट्रपति हलीमा याकूब का छह वर्ष का कार्यकाल 13 सितंबर को समाप्त हो रहा है. सिंगापुर में वर्ष 2017 का राष्ट्रपति चुनाव एक आरक्षित चुनाव था, जिसमें केवल मलय समुदाय के सदस्यों को चुनाव लड़ने की अनुमति थी. उस दौरान हलीमा को राष्ट्रपति नामित किया गया था, क्योंकि कोई अन्य उम्मीदवार नहीं था. भारतीय मूल के सिंगापुर में जन्मे 66-वर्षीय अर्थशास्त्री षणमुगारत्नम ने देश की संस्कृति को दुनिया में उज्ज्वल बनाए रखने के संकल्प के साथ पिछले महीने औपचारिक रूप से राष्ट्रपति पद के लिए अपना अभियान शुरू किया था. सिंगापुर में राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी करने वाले उम्मीदवारों के लिए कड़ी योग्यता प्रक्रिया है. राजनीति में 2001 में आये षणमुगारत्नम ने दो दशक से अधिक समय तक सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) के साथ सार्वजनिक क्षेत्र के और मंत्री पदों पर कार्य किया है. सिंगापुर में राष्ट्रपति पद के लिए पहला चुनाव 28 अगस्त 1993 को हुआ था.
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