Rajrappa (Ramgarh): औद्योगिक विकास तो जरूरी है, लेकिन नदियों के प्रदूषण की कीमत पर नहीं. झारखंड में दामोदर सिर्फ नदी नहीं बल्कि लाइफलाइन है. इसे किसी भी कीमत पर प्रदूषित नहीं करना है. झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने यह बातें रजरप्पा में आयोजित दामोदर महोत्सव को संबोधित करते हुए कही. मां छिन्नमस्तिका मंदिर के प्रांगण में युगांतर भारती, नेचर फाउंडेशन और दामोदर बचाओ आंदोलन की ओर से दामोदर महोत्सव का आयोजन किया गया था. महोत्सव में राज्यपाल ने भी गंगा आरती की.
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मोदी और सरयू की सोच एक जैसी
राज्यपाल ने कहा कि बहुत पहले वे जर्मनी गए थे. वहां उन्होंने एक बोर्ड लगा देखा था, जिसमें लिखा था कि इस नदी का पानी प्रदूषण मुक्त है. आप इसे सीधे पी सकते हैं. राज्यपाल ने कहा कि वे सोच रहे थे कि ऐसा भारत में कब होगा ? वहीं कुछ साल पहले वे गुजरात और बनारस गये थे, जहां उन्होंने साबरमती और गंगा नदी को प्रदूषित देखा था, लेकिन अब वे दोनों नदियां चमक उठी हैं. ऐसा सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच और एक्शन से संभव हुआ है. कहा कि नरेंद्र मोदी और सरयू राय की सोच एक जैसी है. दोनों मानते हैं कि नदियों को गंदा नहीं करना चाहिए.
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अगले साल सभी के प्रति आभार- सरयू राय
दामोदर बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष और जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने कहा कि अगले साल उनकी संस्था देश भर के उन तमाम लोगों का धन्यवाद करेगी, आभार जताएगी, जिन्होंने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से दामोदर आंदोलन में सहायता की. राय ने कहा कि 19 साल बेहद संघर्ष के रहे, लेकिन ये खुशी की बात है कि दामोदर 95 फीसदी साफ हो गया. बेरमो, फुसरो और धनबाद में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का काम चालू हो रहा है. इस मौके पर स्मारिका का भी विमोचन किया गया.