आईएनएस इंफाल पहला युद्धपोत है जिसका नाम पूर्वोत्तर के किसी शहर के नाम पर रखा गया है.
Mumbai : सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल दागने की क्षमता से लैस स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस इंफाल को आज मंगलवार को मुंबई में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार युद्धपोत को औपचारिक रूप से नौसेना में शामिल करने के कार्यक्रम में उपस्थित थे.
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VIDEO | “I wish all the best to the crew of INS Imphal. The Imphal is also very significant, this is for the first time that we are naming a major warship after a city in the northeast of Bharat. We have a community of about 400 personnel from Manipur and it just symbolises the… pic.twitter.com/Xq73RNLGEB
— Press Trust of India (@PTI_News) December 26, 2023
VIDEO | “The commissioning of INS Imphal is an example of India becoming ‘Atmanirbhar’ in the defence sector. I am confident that commissioning of INS Imphal will strengthen India’s naval powers,” says Defence Minister @rajnathsingh, speaking at the commissioning ceremony of ‘INS… pic.twitter.com/b8cjR71GxP
— Press Trust of India (@PTI_News) December 26, 2023
एमवी केम प्लूटो पर ड्रोन हमला करने वालों को समुद्र की गहराइयों से भी ढूंढ निकालंगे
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत सरकार ने वाणिज्यिक पोत एमवी केम प्लूटो और एमवी साईबाबा पर हाल में हुए हमलों का गंभीरता से संज्ञान लिया है और वह इन हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों को समुद्र की गहराई से भी ढूंढकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी. स्वदेशी युद्धक जहाज आईएनएस इंफाल को नौसेना में शामिल किये जाने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि हाल ही में वाणिज्यिक पोतों पर हुए हमलों के बाद भारत ने समुद्र में गश्त बढ़ा दी है.
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने एमवी केम प्लूटो पर ड्रोन हमले और लाल सागर में एमवी साईबाबा पर हमले की घटना को गंभीरता से लिया है. हाल ही में वाणिज्यिक पोतों पर हुए हमलों को अंजाम देने वालों को हम समुद्र की गहराइयों से भी ढूंढकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे.
यह विशाखापत्तनम श्रेणी के चार विध्वंसक युद्धपोतों में से तीसरा युद्धपोत है
आईएनएस इंफाल नौसेना द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन किये गये विशाखापत्तनम श्रेणी के चार विध्वंसक युद्धपोतों में से तीसरा युद्धपोत है. इसे नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो ने डिजाइन किया है और यह सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम मझगांव डॉक लिमिटेड, मुंबई द्वारा निर्मित है. पश्चिमी नौसैन्य कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ वाइस एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने कहा कि आईएनएस इंफाल पहला युद्धपोत है जिसका नाम पूर्वोत्तर के किसी शहर के नाम पर रखा गया है. यह नाम देश के स्वतंत्रता संग्राम में मणिपुर के बलिदान और योगदान को सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए दिया गया है.
ये गुप्त तरीके से लक्ष्य को भेदने वाली मिसाइलों से लैस है
बंदरगाह और समुद्र में व्यापक परीक्षण कार्यक्रम पूरा करने के बाद आईएनएस इंफाल को 20 अक्टूबर को भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया था. यह जंगी जहाज अब नौसेना में अपनी सेवा देगा. स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर INS इंफाल के भारतीय नौसेना में शामिल होने से इसके बेड़े की ताकत और बढ़ जायेगी.स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर से मतलब है कि ये गुप्त तरीके से लक्ष्य को भेदने वाली मिसाइलों से लैस है.
7400 टन की डिसप्लेसमेंट क्षमता वाले आईएनएस इंफाल की लंबाई 163 मीटर है
7400 टन की डिसप्लेसमेंट क्षमता वाले आईएनएस इंफाल की लंबाई 163 मीटर है. इसे भारत में बनाये गये बेहतरीन युद्धपोतों में शुमार किया जा रहा है. इंफाल गाइडेड मिसाइल विध्वंसक होने के नाते सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, एंटी शिप मिसाइलों और टॉरपीडो सहित अत्याधुनिक हथियारों और सेंसर से सुसज्जित है. जानकारी के अनुसार INS इंफाल 30 समुद्री मील (56 किमी/घंटा) से अधिक की गति से समुद्र में तैर सकता है. इस जहाज की ऊँचाई 57 फीट और लंबाई 535 फीट है. यह 42 दिन तक आराम से समुद्र रह सकता है. इसमें 300 नौसैनिक रह सकते हैं.