Ranchi : राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने ट्रांसजेंडरों को लेकर नया दिशा निर्देश जारी किया है. इसमें लिंग निरपेक्षता पर खास जोर दिया गया है. जाति व्यवस्था के उल्लेख से बचने का सुझाव देते हुए कहा गया है कि संबोधन या नाम पुकारने में अभद्र भाषा पूरी तरह से अस्वीकार्य है. स्कूलों में लड़के, लड़कियों जैसे संबोधन की बजाए छात्र, बच्चों जैसी भाषा का उपयोग किया जाना चाहिए.
ट्रांसजेंडर की चिंता का संयोजन शीर्षक से तैयार किया गया है मसौदा
एनसीईआरटी के जेंडर स्ट्डीज विभाग द्वारा गठित 16 सदस्यीय समिति ने स्कूली प्रक्रियाओं में ट्रांसजेंडर की चिंता का संयोजन शीर्षक से तैयार मसौदा में लिंग निरपेक्ष पोशाक व्यवस्था लागू करने का भी सुझाव दिया गया है. कहा गया है कि विभिन्न अकादमिक, गैर अकादमिक और अन्य पदों पर लैंगिक भेदभाव के बिना ट्रांसजेंडर शिक्षकों एवं अन्य कर्मियों की नियुक्ति की जानी चाहिए. सभी आवेदन पत्रों एवं सभी तरह के पाठ्यक्रमों के प्रमाणपत्रों में ”ट्रांसजेंडर” श्रेणी को शामिल किया जाए. उनके लिए छात्रवृत्ति का प्रावधान करने के साथ ही ट्रांसजेंडर छात्रों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाए. ट्रांसजेंडर श्रेणी के छात्रों की मदद के लिए प्रशिक्षित काउंसलर तैनात किए जाएं.
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