भवन निर्माण विभाग से चल रहा 10 करोड़ का काम
Pramod Upadhyay
Hazaribagh : हजारीबाग कमिश्नरी ऑफिस के ठीक सामने बनाए जा रहे जीएसटी भवन में खूब घालमेल किया जा रहा है. वहां काम कर रहे मजदूरों के लिए न तो सुरक्षा के कोई प्रबंध किए गए हैं और न ही प्राक्कलन से संबंधित कोई बोर्ड लगाया गया है. फिर भी भवन निर्माण विभाग के कनीय अभियंता (जेई) जवाहर सिंह संवेदक की पीठ थपथपाते नजर आए. जेई कह रहे थे कि अन्य जगहों से जीएसटी भवन का बेहतर काम हो रहा है. यहां 10 करोड़ से तीन मंजिला जीएसटी भवन बनाया जा रहा है. भवन निर्माण का ठेका राजबीर कंस्ट्रक्शन को दिया गया है. इसमें दर्जनों मजदूर काम पर लगाए गए हैं. वहां काम कर रहे मजदूरों ने सेफ्टी से संबंधित कोई उपकरण नहीं लगा रखा था. मजदूरों का कहना है कि सेफ्टी किट जरूरी था, लेकिन कंपनी की ओर से अब तक सुरक्षा से संबंधित कोई उपकरण मुहैया नहीं कराया गया है. मजदूरों का कहना है कि काम के दौरान कहीं कोई हादसा हुआ, तो सीधे जान पर बन आएगी. सुरक्षा किट हर हाल में जरूरी है.
कहां से लाए जा रहे मेटेरियल, नहीं है जानकारी
भवन निर्माण के लिए मेटेरियल कहां से और कैसे लाए जा रहे, इसकी जानकारी कंपनी के मुंशी को भी नहीं है. वह काम की देखरेख जरूर करते हैं, लेकिन कहां से गिट्टी, कहां से बालू आ रहा है, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. ऐसे में यह बात भी समां में तैर रही कि घटिया मेटेरियल से भवन का निर्माण कराया जा रहा है. साथ ही मेटेरियल के मूल्य के बारे में भी किसी को कोई जानकारी नहीं है.
सेफ्टी किट नहीं रहने से हो चुकी है मजदूर की मौत
केस-1 : नगर निगम की ओर से पिछले माह मंडई में एक भवन बनाया जा रहा था. वहां भी संवेदक की ओर से मजदूर को सेफ्टी किट नहीं दिया गया था. ऐसे में सटिरंग हटाने के क्रम में एक मजदूर अवधेश सोनी की मौत हो गई थी. इस पर काफी हंगामा हुआ था. फिर सदर विधायक मनीष जायसवाल की पहल पर करीब 15 लाख का मुआवजा दिलाए जाने के बाद मामले को सलटाया जा सका था.
बिजली मिस्त्री की चली गई थी जान
केस-2 : सदर प्रखंड स्थित अमृतनगर के पास एनएच-33 के किनारे उत्कर्ष इंटर कॉलेज में तीन मंजिले भवन पर हादसे में बिजली मिस्त्री राजकुमार की मौत हो गई थी. जबरा रोड निवासी राजकुमार सेफ्टी किट के बगैर बिजली ठीक कर रहे थे और 11 हजार वोल्ट की चपेट में आ गए थे. यह हादसा 30 सितंबर को हुआ था.
पुलिया निर्माण में हुआ था हादसा
केस-3 : इचाक स्थित एनएच-33 पर पुलिया निर्माण के दौरान सालभर पहले एक मजदूर की मौत हो गई थी. उसके ऊपर भारी स्लैब गिर गया था. वह बिहार का रहनेवाला था. उसे भी सेफ्टी किट नहीं मिला था.
मजदूरों की जान से खिलवाड़ करना सही नहीं : बटेश्वर प्रसाद मेहता
भाजपा के वरिष्ठ नेता बटेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि वह भवन का निरीक्षण करने पहुंचे थे. कई बार जेई मुंशी से कहा कि मजदूरों की जान से खिलवाड़ मत करें. उनकी सेफ्टी का ध्यान रखा जाए और प्राक्कलन का बोर्ड लगवाकर काम करें. शहर में बालू-गिट्टी के लिए काफी मारामारी हो रही है. ऐसे में संवेदक कहां से, कैसे और किसकी मिलीभगत मेटेरियल ला रहा है, इसका खुलासा होना चाहिए.
किसी कार्यस्थल पर बोर्ड नहीं लगा है, तो यहां क्यों लगाएं : जेई
भवन निर्माण विभाग के जेई जवाहर सिंह ने कहा कि बड़े साहब यानी कार्यपालक अभियंता भी स्थल निरीक्षण के लिए आए थे. उनके अनुसार भी काम बेहतर हो रहा है. अगर कुछ कमी होगी, तो उसे सुधार दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि किसी कार्यस्थल पर प्राक्कलन का बोर्ड नहीं लगा है, तो यहां क्यों लगाया जाएगा. सेफ्टी किट पर उन्होंने कहा कि अभी नीचे काम हो रहा है. जब दूसरे और तीसरे तल पर काम होगा, तो मजदूरों को सेफ्टी किट मिल जाएगा.