Ranchi: रांची स्मार्ट सिटी के 42 प्लॉट्स के ई-ऑक्शन को लेकर स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन ने पटना के होटल चाणक्य में इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया. जहां अधिकारियों ने निवेशकों को स्मार्ट सिटी में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया. रांची स्मार्ट सिटी कारपोरेशन के सीईओ अमित कुमार ने कहा कि झारखंड और बिहार एक ही सोशियो इकोनामिक संबंधों से बंधे हैं इसलिए स्मार्ट सिटी रांची के विकास में बिहार के निवेशकों से काफी उम्मीदें हैं. उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी रांची में आवासीय, इंस्टीट्यूशनल, कॉमर्शियल, होटल और हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में निवेशकों के लिए अपार संभावनाएं हैं. रांची में विकसित हो रहा यह शहर झारखंड का पावर सेंटर बनेगा.
देश के स्मार्ट शहरों में चैंपियन है रांची स्मार्ट सिटी- नगर आयुक्त
रांची नगर निगम के नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने निवेशकों से कहा कि पटना के लोगों से उनका काफी नजदीकी रिश्ता है इसलिए वह चाहेंगे कि स्मार्ट सिटी के विकास में पटना के लोगों की भागीदारी सुनिश्चित हो. उन्होंने कहा कि झारखंड में निवेश के लिए पहले से सिंगल विंडो सिस्टम काम कर रहा है. श्रम सुधारों में भी झारखंड देश में नंबर वन है. रांची स्मार्ट सिटी देश के 100 शहरों में लगातार चैंपियन बना हुआ है. इसलिए आप स्मार्ट सिटी में जरूर निवेश करें.
निवेशकों को बताई गई स्मार्ट सिटी की खासियत
रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन के महाप्रबंधक राकेश कुमार नंदकुलयार ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के जरिए स्मार्ट सिटी की रूप रेखा विभिन्न क्षेत्र में कार्य कर रहे संभावित निवेशकों के सामने रखा. उन्होंने रांची स्मार्ट सिटी में क्या कुछ खास है. उन हर पहलुओं से निवेशकों को अवगत कराया.
इन्वेस्टर्स मीट के महत्वपूर्ण बिंदू
- विश्व के टॉप 500 यूनिवर्सिटी को 1 रुपये में 25 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई जाएगी.
- शैक्षणिक क्षेत्र के लिए चिन्हित प्लॉट्स की कीमत आवासीय की तुलना में एक तिहाई रखी गई है.
- रांची स्मार्ट सिटी का मास्टर प्लान ट्रांसिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट पर आधारित है.
- किसी भी प्लॉट से 400 मीटर की दूरी के अंदर ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपलब्ध होगा.
- निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए जीआईएस सब स्टेशन का निर्माण हो चुका है.
- कोई भी बिजली, टेलीफोन का तार स्मार्ट सिटी क्षेत्र के अंदर ओवरहेड वायर के रूप में नहीं होगा.
- सभी यूटिलिटी सर्विसेज यूटिलिटी डक्ट के अंदर से होकर हर प्लॉट तक पहुंचेगा.
- ईज ऑफ लिविंग को प्रोत्साहित करने को ध्यान में रखते हुए विश्व स्तरीय योजनाएं बनाई गई हैं.
- नए शहर में रिन्यूएबल एनर्जी, सोलर सिस्टम, सीएनजी जल संरक्षण और पर विशेष जोर दिया गया है.
रांची स्मार्ट सिटी में क्या है खास
656 एकड़ जमीन में बस रही ग्रीन फील्ड स्मार्ट सिटी का 37% क्षेत्र ओपन स्पेस के रूप में रहेगा. जहां पर रोड, ड्रेनेज, सीवरेज, पार्क और पौधारोपण होगा. बाकी बचे जमीन को अलग-अलग क्षेत्र जैसे के लिए चिन्हित किया गया है. 24 घंटे निर्बाध बिजली मिले उसके लिए जीआईएस सबस्टेशन का निर्माण हो चुका है और 4 अतिरिक्त पावर सब स्टेशन का निर्माण चल रहा है. निर्बाध जलापूर्ति के लिए 12 एमएलडी वॉटर सप्लाई का डेडीकेटेड पाइपलाइन, वॉटर रिजर्वॉयर और धुर्वा डैम में स्थित वाटर फिल्टर सेंटर में एक अतिरिक्त फिल्टर बेड का निर्माण कराया गया है. सड़कें न्यूनतम 9 मीटर से लेकर अधिकतम 45 मीटर तक चौड़ी होंगी. सड़क निर्माण का कार्य अंतिम दौर में है.
निर्माण कंपनियों के लिए सुनहरा अवसर
जो कंपनी या डेवलपर्स रियल एस्टेट, शैक्षणिक संस्थान, अस्पताल, मॉल, होटल बनाना चाहते हैं. वे ऑक्शन के लिए ऑनलाइन ऑक्शन प्रक्रिया में हिस्सा ले सकते हैं. ऑक्शन की प्रक्रिया पूरी तरह कॉन्टैक्टलेस बनाई गई है. ई ऑक्शन की पूरी जानकारी रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन की वेबसाइट rsccl.in और eauction.rsccl.in पर उपलब्ध है.
इन्वेस्टर्स मीट में रांची के नगर आयुक्त मुकेश कुमार, रांची स्मार्ट सिटी कारपोरेशन के सीईओ अमित कुमार, रांची स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन के महाप्रबंधक तकनीकी राकेश कुमार नंदक्योलियार और जनसंपर्क पदाधिकारी अमित कुमार मौजूद रहे. वहीं पटना सहित बिहार के अन्य शहरों से भी बड़ी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले डेवलपर्स और निवेशक मौजूद थे.
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