Ranchi : खाकी वेब सीरीज से चर्चा में आये IPS अमित लोढ़ा के ऊपर पीसी एक्स के तहत मामला दर्ज होने के बाद बिहार सरकार ने उन्हे सस्पेंड कर दिया. बता दें कि अमित लोढ़ा पर ओटीटी प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स को मदद पहुंचाने के आरोपों के संदर्भ में विशेष निगरानी विभाग ने जांच की और भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया है. विशेष निगरानी एसपी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, तत्कालीन आईजी, मगध क्षेत्र गया में अमित लोढ़ा पर भ्रष्टाचार, वित्तीय अनियमितताओं में लिप्त रहने के आरोप है. सरकारी सेवक होते हुए भी निजी स्वार्थ तथा लाभ के लिए नेटफ्लिक्स तथा फ्राइडे स्टोरी टेलर के साथ बिजनेस डील में उनकी संलिप्तता सामने आयी है.
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अमित लोढ़ा के खिलाफ तथ्य एवं साक्ष्य सही पाये गये
इस मामले में पुलिस मुख्यालय एवं वरीय प्राधिकार ने जांच एजेंसियों द्वारा दिये गये जांच प्रतिवेदन की समीक्षा की. निगरानी विभाग के दिशा निर्देश के तहत सत्यापन के दौरान अमित लोढ़ा के खिलाफ तथ्य एवं साक्ष्य सही पाये गये. इसके आधार पर विशेष निगरानी इकाई द्वारा कांड संख्या 17/2022 दर्ज किया गया है. इस कांड का अनुसंधान डीएसपी रैंक के अधिकारी कर रहे है.
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वेब सीरीज खाकी आईपीएस अमित लोढ़ा की जिंदगी पर बनी है
आईपीएस अमित लोढ़ा की जिंदगी पर ही वेब सीरीज खाकी बनी है. यह नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई और काफी हिट साबित हुई. बता दें कि अमित लोढ़ा 2006 में पहली बार तब चर्चा में आये, जब उन्होंने शेखपुरा के गब्बर सिंह कहे जाने वाले अशोक महतो और उसके साथी पिंटू महतो को जेल पहुंचाया था. इसके लिए उन्हें वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. अमित लोढ़ा की गिनती बिहार के टॉप आईपीएस अफसरों में होती है. वर्तमान में वे पुलिस महानिरीक्षक के पद पर तैनात हैं. उन्हें राष्ट्रपति पुलिस पदक, पुलिस पदक और आंतरिक सुरक्षा पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है.
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