Jamtara: नेताओं को भी कभी-कभी पीड़ितों के असंतोष का सामना करना पड़ता है. मंगलवार को ऐसा ही हुआ. बीते 7 दिनों से धरने पर बैठे 5 दलित परिवार के सदस्यों से जब विधायक इरफान अंसारी मिलने पहुंचे तो उनका जमकर विरोध किया गया. ऐसे में विधायक को प्रतिष्ठा बचाने के लिए वापस लौटना पड़ा.
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महिलाओं ने किया विरोध
बता दें कि दलित परिवार के घर और जमीन पर समुदाय विशेष के दबंगों ने जबरन कब्जा कर उन्हें भगा दिया था. इसे लेकर न्याय के लिए दलित परिवार अनुमंडल कोर्ट परिसर में धरने पर एक सप्ताह से बैठे हुए हैं. आज जब विधायक धरना स्थल पर पहुंचे तो बात करने का प्रयास किया. लेकिन विधायक को देखते ही धरने पर बैठी महिलाओं ने विरोध करना शुरू कर दिया. इस दौरान उन्होंने विधायक को जमकर खरी-खोटी सुनाई.
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भाजपा की चाल
बताया जाता है कि उनके आंदोलन को भाजपा ने समर्थन दिया है. वहीं भाजपा के कई बड़े नेता आंदोलन में शिरकत कर चुके हैं. इसे लेकर पूर्व मंत्री अमर बाउरी और राजमहल विधायक अनंत ओझा उनसे मुलाकात कर चुके हैं. वहीं अब भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी भी उनके आंदोलन में शामिल होने बुधवार को पहुंच रहे हैं. इस पर विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि यह सब भाजपा की चाल है.
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