- विस्थापितों की पथराई आंखों में 12 साल से पक्के घर के इजार का दर्द झलका
- चारों ओर जलजमाव और गंदगी का आलम
- कीटनाशक व ब्लीचिंग का छिड़काव लंबे समय से नहीं
- कई लोग डेंगू से लड़ कर अस्पताल से ठीक हो कर आए
Rehan Ahamad
Ranchi: इस्लाम नगरवासी अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाद पिछले 12 वर्षों से बेघर हाेने का दंश झेल रहे हैं. लोगों ने कहा कि हमदर्द कमेटी के अध्यक्ष समेत अन्य सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से लंबी लड़ाई के बाद सरकारी पहल पर हम गरीब विस्थापितों को इस्लाम नगर के पॉलिटेक्निक के पास जी 4 में आवास बना कर दिया जा रहा है. किंतु इंतजार करते करते अब हमारी आंखे पथरा गई हैं. 12 साल से बांस बल्ली की झोपड़ी में आधा पेट खाकर किसी तरह जीवन चला रहे हैं. बारिश-आंधी, कड़ाके की गर्मी और सर्दी को झेलते आ रहे हैं. ऐसे तो हम गरीबों के लिए हर मौसम पहाड़ के समान लगता है, लेकिन बरसात का मौसम अधिक परेशान करता है. हमारी झोपड़ियों में पानी भर जाता है, बैठना, सोना, खाना पीना सब धरा का धरा रह जाता है. गंदगी और जल जमाव से महामारी भी फैल रही है. क्षेत्र के कई लोग डेंगू से ग्रसित होकर अस्पताल में इलाज करा अभी ही ठीक हो कर आए हैं. ऐसे समय में भी नगर निगम की ओर से कीटनाशक दवाओं एवं साफ-सफाई की व्यवस्था तक नहीं की गई.
अब तक सफाई व ब्लीचिंग नहीं : शकील
इस्लाम नगर हमदर्द कमेटी के अध्यक्ष मो शकील ने कहा कि गंदगी की परेशानी बनी हुई है. बारिश के कारण परेशानी और बढ़ गई है. यहां नगर निगम का सफाई के प्रति कोई ध्यान नहीं है. साल भर से ब्लीचिंग पाउडर एवं दवा का छिड़काव नहीं हुआ है. जल जमाव एवं गंदगी के कारण मच्छर पनप रहें हैं. क्षेत्र के कई लोगों को डेंगू हुआ था, अस्पताल में इलाज कर ठीक हुए हैं. अच्छी सफाई नहीं हुई, तो लोग फिर से डेंगू की चपेट में आने लगेंगे.
निगम को ध्यान देने की जरूरत : हाफिज
हाफिज अब्दुल रज्जाक ने कहा कि इस्लाम नगर में गंदगी की परेशानी बनी हुई है. नगर निगम को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है. जल्द सफाई नहीं की गई तो लोग बीमारियों की चपेट में आने लगेंगे.
फैली गंगदी से पनप रहें मच्छर : सोनू
मो सोनू ने कहा कि क्षेत्र में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव होना बेहद जरूरी है. दवाओं के छिड़काव के बिना गंदगी व जल जमाव में पनप रहें मच्चछरों को नष्ट नहीं किया जा सकता है.
हम गरीबों को जल्द मकान मिल जाए : साजदा
साजदा खातून ने कहा कि आवास मिलने का इंतजार लंबे समय से कर रहे हैं. इस हालत में रहना बहुत मुश्किल हो रहा है. नगर निगम हम गरीबों को जल्द मकान मुकम्मल कर दे देता, तो हम गरीबों का बहुत भला हो जाता है.
परेशानी उठा झोपड़ी में रहते हैं : मो रज्जाक
मो रज्जाक ने कहा कि बांस बल्ली की झोपड़ी में किसी तरह रह रहे हैं. बरसात के मौसम में सबसे अधिक परेशानी होती है. यही आस पली है कि कल को पक्का घर तो मिल जाएगा. फिर आगे की जिंदगी अच्छे से गुजर सकेगी.