Dhanbad : धनबाद के बीसीसीएल मुख्यालय में सोमवार को आईटीआई अप्रेंटिस प्रशिक्षुओं ने नियुक्ति की मांग को लेकर तीन दिवसीय धरना दिया.अगर प्रशिक्षुओं की मांग पूरी नहीं की जाती है, तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. प्रशिक्षुओं ने बताया कि केंद्र सरकार के कौशल विकास योजना के तहत वर्ष 2016 में अप्रेंटिस की भर्ती निकाली गयी थी. बीसीसीएल के सभी 12 एरिया के 3000 अप्रेंटिस प्रशिक्षुओं ने एक साल की ट्रेनिंग भी पूरी कर ली है. ट्रेनिंग के दौरान 7 हजार रुपये पारिश्रमिक भी दिया गया.
प्रशिक्षुओं ने नौकरी स्थायी करने की की मांग
प्रशिक्षुओं ने कहा की ट्रेनिंग खत्म होने के बाद हमें स्थायी करने के बजाय बेरोजगार कर दिया गया. अप्रेंटिस प्रशिक्षुओं की मांग है की उन्हें नियमितिकरण करते हुए उनकी नियुक्ति की जाये.
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बीसीसीएल में नियमित भर्ती की आवश्यकता : वासुदेव आचार्य
वहीं बाकुड़ा के पूर्व सांसद वासुदेव आचार्य ने कहा की बीसीसीएल में श्रम शक्ति की भारी कमी है। इसका सीधा असर कोयले के उत्पादन पर भी पड़ रहा है. इसलिए बीसीसीएल में नियमित भर्ती अनिवार्य है.
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आंदोलन करने पर विवश हैं प्रशिक्षुक
प्रशिक्षुओं ने कहा कि नियमित भर्ती की मांग को लेकर हम आंदोलन करने को विवश हैं. हम प्रशिक्षुओं ने रोजगार के लिए कई बार गुहार लगाया है. पहले भी कई बार इस विषय पर वार्ता हेतु आवेदन भी भेजे गये. लेकिन कार्यालय से कोई जबाब नहीं आने पर हम सभी अपने मांगों को लेकर आज धारणा पर बैठे है.
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कई वर्षो से अप्रेंटिस प्रशिक्षुकों की नहीं की गयी बहाली
बीसीसीएल में श्रम शक्ति की काफी कमी है. कई वर्षो से अप्रेंटिस प्रशिक्षुकों की बहाली नहीं की गयी है. और न ही आईटीआई श्रेणी की बहाली हुई है. कोरोना महामारी के कारण हम सभी रोजगार के लिए त्राहि-त्राहि है. जबकि बीसीसीएल में बहुत सारे बड़े-बड़े आउट सोर्ससिंग कंपनी भी कार्य कर रही. ठेकेदार के माध्यम से भी कंपनी कार्य कर रही है. प्रशिक्षुओं ने मांग किया कि उन सभी जगहों पर सबसे पहले अप्रेंटिस प्रशिक्षुओं को नियोजित दे.
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