Jamshedpur : जमशेदपुर से सटे डोबो के इलाके में स्थित जंगल में सोमवार को भीषण आग लग गई. यह इलाका सरायकेला जिले में पड़ता है. पतझड़ का मौसम होने के कारण सूखी पत्तियों में लगी आग तेजी से फैली.
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धुएं से घबराये पशु- पक्षी
सड़क किनारे की झाड़ियों से लेकर ऊंची पहाड़ियां तक इसकी चपेट में आ गयी. आग और घने घुएं के कारण इस जंगल में रहने वाले पक्षी झुंड बनाकर पलायन करते देखे गये.यह जंगल दलमा वन क्षेत्र में आता है और पर्यावरण की दृष्टि से काफी संवेदनशील है.
केंद्र सरकार ने जंगल को इको सेंसेटिव जोन घोषित कर रखा है. आग इतनी भयावह है किसका धुआं जमशेदपुर शहर के ऊपर भी छा गया.
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इस मौसम में अक्सर लगती है आग
इस इलाके में इस मौसम में अक्सर आग लगती है. सूखे पत्तों और जंगलों से गिरी सूखी टहनियों के कारण आग तेजी से फैलती है. आग कैसे लगी इसका पता नहीं चल पाया है. माना जाता है कि मानवीय गतिविधियों और लापरवाही के कारण जंगलों में आग लगती है. पत्ता और टहनियां चुनने वाले ग्रामीण अकसर लापरवाही कर बैठते हैं. जहां आग लगी है, वह रास्ता सतनाला डैम के पास है जो जमशेदपुर दोमुहानी से कांदरबेड़ा को जोड़ता है. जमशेदपुर से रांची जाने वाले ज्यादातर वाहन इसी रास्ते से होकर गुजरते हैं.
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प्रवासी पक्षी भी दलमा के जंगलों में डेरा डालते हैं
दलमा का यह वन क्षेत्र कई तरह के पशु पक्षियों और जीव-जंतुओं का घर है. इन दिनों विभिन्न प्रकार के प्रवासी पक्षी भी दलमा के जंगलों में डेरा डालते हैं. आग लगने के बाद बगुलों की कई प्रजातियां नीलकंठ आदि पक्षियों को आसमान के ऊपर उड़ते देखा गया. यह आग जिस तेजी से फैल रही थी, उससे पूरे इलाके के जंगल के प्रभावित होने का खतरा बढ़ गया है.
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