NewDelhi : दिल्ली जहांगीरपुर हिंसा मामले में पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. एक आरोपी की पहचान अंसार के रूप में हुई है. FIR में अंसार का भी नाम शामिल है. बताया जा रहा है कि अंसार C ब्लॉक का मुस्लिम नेता है. फिलहाल, अंसार से पुलिस पूछताछ कर रही है. FIR के अनुसार शोभा यात्रा शांति से चल रही थी.
जामा मस्जिद के पास यात्रा पहुंची तो अंसार नाम का शख्स 4-5 लड़कों के साथ आया और हनुमान जयंती की शोभा यात्रा में शामिल लोगों से बहस करने लगा, यहीं से हुई बवाल की शुरुआत हो गयी. FIR में शोभा यात्रा पर पथराव और फायरिंग का भी जिक्र किया गया है. पुलिस को हिंसा से जुड़े 100 वीडियो मिले हैं. वीडियो के जरिए उपद्रवियों की पहचान की कोशिश की जा रही है.
दिल्ली: जहांगीरपुरी में कल एक धार्मिक जुलूस के दौरान दो समुदाय के बीच हुए टकराव के बाद सुरक्षाबलों की तैनाती की गई। pic.twitter.com/r6wXzQiCA4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 17, 2022
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शोभायात्रा में फायरिंग के आरोपी के खिलाफ 2020 में भी दर्ज है केस
शोभायात्रा पर फायरिंग के आरोपी असलम उर्फ खोडू उर्फ असलम अली के खिलाफ 2020 में भी केस दर्ज है. उसके पास से वारदात के दौरान इस्तेमाल की गयी एक पिस्टल बरामद हुई है. उसके खिलाफ जहांगीरपुरी थाना में 2020 के एक मामले में आईपीसी की धारा 324/188/506/34 के तहत केस दर्ज किया गया था. दिल्ली पुलिस का कहना है कि जिसे गिरफ्तार किया गया है वह आदतन अपराधी है. आगे की जांच जारी है.
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CRPF की 5 और कंपनियां तैनात
गृह मंत्रालय सूत्रों के हवाले से ख़बर है कि जहांगीर पूरी हिंसा मामले में 5 और CRPF की अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया गया है. 500 जवान दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में तैनात होंगे. आस-पास के इलाके में सुरक्षा-व्यवस्था में CRPF दिल्ली पुलिस का सहयोग करेगी. 2 RAF की कंपनी शनिवार को ही लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने के लिए तैनात की गयी थी.
घायल ASI ने कहा, मुझे पत्थर और ईंटों से मारा
दिल्ली जहांगीरपुरी हिंसा मामले में घायल ASI अरुण कुमार ने बातचीत के क्रम में बताया कि पत्थर और ईंटों से उन पर हमला किया गया.उसके पैर और कंधे में चोट आयी है. उन्होंने बताया कि वे शुरुआत से ही शोभायात्रा में मौजूद थे. बताया कि हम उस गाड़ी के पीछे ही थे जिसमें हनुमान जी की यात्रा निकाली जा रही थी. अचानक पीछे की तरफ भीड़ आयी. इसके बाद दोनों तरफ से बहस होने लगी. हमने बहुत शांत करवाने की कोशिश की, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था. सबके हाथ में बोतलें, तलवार और चाकू थे.
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उपद्रवी गाड़ियों को जलाने की कोशिश कर रहे थे
उन्होंने बताया कि करीब एक से डेढ़ हजार लोग एक साथ निकलकर सामने आ गये थे. कुशल चौक पर शोभायात्रा के पहुंचते ही विवाद शुरू हुआ था. विवाद बढ़ने के बाद लोग अपनी अपनी गाड़ियों को छोड़कर भाग रहे थे. मैं सबको वहां से हटाने को कोशिश कर रहा था. अरुण कुमार ने बताया कि उपद्रवी गाड़ियों को जलाने की कोशिश कर रहे थे. हम उन्हे मना कर रहे थे, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था. जो देखा उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि अराजक तत्वों में महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग भी शामिल थे. दिल्ली जहांगीरपुरी हिंसा मामले में आठ पुलिस कर्मी और एक आम नागरिक घायल हुआ है. घायलों का इलाज BJRM अस्पताल में चल रहा है.