New Delhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार की शाम ऐतिहासिक जलियांवाला बाग स्मारक के पुनर्निर्मित परिसर का उद्घाटन कर दिया. इस दौरान उन्होंने स्मारक में मानचित्र, 3डी चित्रण समेत चार संग्रहालय गैलरियों को भी राष्ट्र को समर्पित किया. कोरोना की वजह से पिछले डेढ़ साल से बंद जलियांवाला बाग शनिवार को आम जनता के लिए खुल गया. मालूम हो कि पंजाब सरकार ने 20 करोड़ रुपये खर्च कर जलियांवाला बाग को नये सिरे से संवारा है.
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तालाब को नये रूप में फिर से विकसित किया गया है
जलियांवाला बाग का केंद्रीय स्थेल कहे जाने वाले ‘ज्वाला स्मारक’ की मरम्मत करने के साथ-साथ इसका पुनर्निर्माण किया गया है. यहां स्थित तालाब को एक ‘लिली तालाब’ के रूप में फिर से विकसित किया गया है, लोगों को आने-जाने में सुविधा हो इसके लिए यहां के रास्तों को चौड़ा किया गया है. जलियांवाला बाग की इमारत लंबे समय से बेकार पड़ी थी. इसका उपयोग भी काफी कम था. इसलिए इमारतों का दोबारा उपयोग में लाने के लिए चार संग्रहालय दीर्घाएं बनायी गयी हैं. ये दीर्घाएं पंजाब में घटित विभिन्न घटनाओं के ऐतिहासिक महत्वर को दर्शाती हैं. इस दौरान मैपिंग और 3डी चित्रण के साथ-साथ कला एवं मूर्तिकला जैसी चीजें भी दिखाई जाएंगी.
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80 लोगों के बैठने की एक थियेटर का भी निर्माण
जलियांवाला बाग में एक थिएटर का भी निर्माण किया गया है. इसमें एक साथ 80 लोगों के बैठनेे की क्षमता है. इसमेंं डिजिटल डाक्यूमेंट्री दिखाई जाएगी. इसके लिए जलियांवाला बाग नरसंहार पर डिजिटल डाक्यूमेंट्री तैयार की गयी है. इस बाग का नवीनीकरण पिछले साल पूरा होना था पर कोविड के कारण काम नहीं हो पाया था. पहले बाग सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुलता लेकिन अब यह बाग देर शाम तक खुला रहेगा.
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