- आरवीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में दो दिवसीय पांचवां आईईईई अंतर्राष्टीय कांफ्रेंस सोमवार से
- कंप्यूटर साइंस एवं तकनीकी में हालिया रुझान विषय पर होगा मंथन
- झारखंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के कुलपति डॉ डीके सिंह होंगे मुख्य अतिथि
Jamshedpur (Anand Mishra) : आरवीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में सोमवार से दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया गया है. यह कांफ्रेंस आईईईई, यूएसए के सहयोग से कॉलेज के सभागार में होगा. कांफ्रेंस के संदर्भ में एक प्रेस मीट के दौरान आरवीएस एजुकेशनल ट्रस्ट के चेयरमैन बिन्दा सिंह, सचिव भरत सिंह, कोषाध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह व प्राचार्य डॉ राजेश कुमार तिवारी ने समुचित जानकारी दी. प्राचार्य सह कांफ्रेंस के चेयरमैन प्रो डॉ राजेश कुमार तिवारी ने बताया कि विकसित भारत की बात हम सभी करते हैं. हमारी सरकार भी ‘कल का भारत, विकसित भारत’ की बात करती है. यहां यह निश्चित रूप से विचारणीय है कि आखिर भारत एक विकसित राष्ट्र सही अर्थों में कैसे बन सकता है. भारत को भी अगर सही मायने में इस कतार में खड़ा होना है, तो उसे परिष्कृत शोध पर गंभीरता से काम करना होगा और भारत कर रहा है. आज भारत की पहचान सम्पूर्ण विश्व में एक तेज गति से विकास कर रहे देश की है.
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उन्होंने बताया कि आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड कंप्यूटिंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, क्वांटम कंप्यूटिंग, डाटा साइंस, रीनिउएबल एनर्जी आदि क्षेत्रों में गहन शोध की जरूरत है. इन्ही महत्वपूर्ण विषयों को ध्यान में रखते हुए आरवीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी इस दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन कर रहा है. उन्होंने बताया कि झारखण्ड प्रदेश में अब तक आईआईटी (आईएसएम) धनबाद एवं आरवीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी ही आईईईई इंटरनेशनल कांफ्रेंस का आयोजन करते आ रहे हैं. आईईईई इस इंटरनेशनल कांफ्रेंस के माध्यम से आरवीएस कॉलेज समेत झारखण्ड के विद्याथियों के लिए एक ऐसा मंच प्रदान करता है, जिसके लिए पहले विद्याथियों को बाहर जाना पड़ता था. उन्होंने बताया कि काफ्रेंस के लिए दुनिया भर से 600 से अधिक पेपर प्राप्त हुए हैं. जिनकी आईईईई के मापदंडों के मुताबिक स्क्रीनिंग करने के पश्चात 120 पेपर का चयन किया गया है. इनमें 17 पेपर आरवीएस इंजीनियरिंग कॉलेज समेत पूरे झारखंड के विभिन्न कॉलेजों के विद्यार्थियों के हैं. 17 में से सात पेपर आरवीएस इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों के हैं, इनमें से दो एमटेक और पांच बीटेक के विद्यार्थियों के पेपर हैं. ये पेपर आनेवाले समय में झारखण्ड के विकास में मददगार साबित होंगे.
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प्रो तिवारी ने बताया कि कांफ्रेंस के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि रांची स्थित झारखंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के कुलपति प्रो (डॉ) डीके सिंह होंगे. कांफ्रेंस में आठ सत्र होंगे. प्रत्येक सत्र के लिए एक सेशन चेयर होंगे. आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के प्रो (डॉ) जी साहू, डेफोडिल इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी बांग्लादेश के उपकुलपति प्रो (डॉ) एसएम महबूब उल हक मजूमदार एवं मलेशिया से आये प्रो (डॉ) अबु बकर अब्दुल हामिद बीज वक्तव्य प्रस्तुत करेंगे. कांफ्रेंस के समापन के पश्चात प्रस्तुत किये गये सभी पेपर का प्रकाशन आईईईई एक्सप्लोर में किया जायेगा.
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