Ashok kumar
Jamshedpur : शहर में पांच दिनों के भीतर दो लूट की बड़ी घटनायें घट चुकी है, लेकिन पुलिस को इसमें सफलता तो दूर अभी तक सुराग तक नहीं लगा पायी है. दोनों घटनाओं से जानकारों का कहना है कि शहर में नया गिरोह पनप रहा है और घटनाओं को अंजाम दे रहा है. पुलिस और मुखबिरों को इसकी जानकारी तक नहीं है. पुलिस बाहर का गिरोह बताकर उसके हिसाब से ही मामले की जांच कर रही है. हालाकि शहर के भी कुछ बदमाशों को पकड़कर पुलिस ने पूछताछ की है, लेकिन कुछ हाथ नहीं आया है.
इसे भी पढ़ें: जमशेदपुर : साकची में 10 लाख का सोना लूटा
जेल से जमानत पर छूटे बदमाश भी हो सकते हैं सक्रिय
शहर में हो रही लूट की घटनाओं में यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि जो बदमाश हाल के दिनों में जेल से जमानत पर छूटे हैं वे भी घटना को अंजाम दे सकते हैं. इस तरह के दो मामले एक माह के अंतराल में ही सामने आया है. 2 फरवरी को गोलमुरी केबुल क्लब के पास फायरिंग की घटना हुई थी. इस मामले में एक आरोपी अब भी फरार है जबकि गिरफ्तार आरोपी के उपर आधा दर्जन से अधिक मामले पहले से दर्ज हैं. केस करने वाला वाला भी रंगदारी और फायरिंग के मामले में जेल से जमानत पर छूटा है.
हत्या से बचने के लिये दर्ज कराया था झूठा मामला
उलीडीह थाना क्षेत्र के हयातनगर के रहने वाले एक बदमाश ने 19 जनवरी को खुद पर ही गोली चलने का एक मामला दर्ज कराया था, जिसे जांच के बाद पुलिस ने झूठा साबित कर दिया. पुलिस ने मामले का खुलासा करने के बाद आरोपी को जेल भी भेज दिया था. खुद एसएसपी डॉ. एम तमिल वाणन ने कहा था कि इस मामले में अब पुलिस उसके खिलाफ अलग से कार्रवाई करेगी. उसने मारपीट करने और पैर में गोली लगने की जिस तरह की कहानी बनायी थी उससे ही पुलिस को संदेह होने लगा था. घटना के दिन खुद मौके पर जांच करने सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट पहुंचे हुए थे. उन्होंने भी कहा था कि मामला संदेहास्पद लग रहा है. उसने कहा था कि दो बदमाशों ने मारपीट की और पैर में गोली मारकर फरार हो गये.