- शिकायत पर पहुंची एसडीओ, विभाग को दिया जांच का आदेश
Jamshedpur (Sunil Pandey) : बागबेड़ा थानान्तर्गत हरहरगुटू राजा तालाब (बड़ा तालाब) पाली गईं सारी मछलियां मर गईं. मछलियों के मरने की जानकारी आग की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गई. यहां तक कि प्रशासनिक अमला भी सक्रिय हो गया. सूचना मिलने के बाद सुबह-सुबह एसडीओ (धालभूम) पारूल सिंह वहां पहुंचीं. उन्होंने तालाब की वीडियोग्राफी करवायी तथा मत्स्य विभाग को इसकी जांच करने का निर्देश दिया. साथ ही तालाब से सारी मछलियों को बाहर निकालने तथा तालाब की सफाई कराने के लिए कहा. हालांकि देर शाम तक मत्स्य विभाग को कोई भी पदाधिकारी तालाब में मरी मछलियों की जांच करने नहीं पहुंचा. इस संबंध में जिला मत्स्य पदाधिकारी अल्का पन्ना से संपर्क करने का कई बार प्रयास किया गया. लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.
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दुर्गंध से लोगों का जीना मुहाल
तालाब में मछलियों के मरने के बाद उनके सड़ने से दुर्गंध उत्पन्न हो गई है. जिससे अलग-बगल रहने वालों का जीना मुहाल हो गया है. लोग अपने-अपने घरों के खिड़की दरवाजे बंद करके रख रहे हैं. यहां तक की कई घरों में दुर्गंध भगाने के लिए खुशबूदार केमिकल का छिड़काव किया गया. वहीं एसडीओ के आदेश के बाद भी तालाब से मछलियों के निकालने का काम शुरू नहीं हुआ.
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स्वावलंबी सोसायटी करती है संचालन
हरहरगुटू राजा तालाब में मछली पालन का कार्य आदर्श मत्स्य पालन स्वावलंबी सोसायटी करती है. सोसायटी के सचिव राजन सिन्हा ने बताया कि अगस्त 2023 में लगभग एक लाख की लागत से मछली का जीरा डाला गया था. गर्मी की वजह से पानी में ऑक्सीजन लेबल मेंटेन रहे, इसके लिए चूना-पोटास डाला गया था. दो दिन पहले हुई तेज वर्षा के कारण अगल-बगल का कचरा तथा लोगों के घरों का जल-मल तालाब में बहा है. जिसके कारण तालाब का पानी प्रदूषित हुआ है. उन्होंने आशंका जतायी कि संभवतः पानी में अमोनिया की मात्रा ज्यादा होने के कारण मछलियां मरी हैं. हालांकि असली कारण तालाब का पानी एवं मछलियों की जांच से ही स्पष्ट हो पाएगा.