Jamshedpur (Sunil Pandey) : तुरिया बेड़ा गांव में भुमिज, संथाल एवं हो समुदाय की ओर से रविवार को संयुक्त रुप से बाहा एवं सरहुल पर्व मनाया गया. इस दौरान शिक्षा संवाद एवं खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें तीनों समुदाय के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. इससे पहले कार्यक्रम की शुरूआत सखुआ के फूल एवं फल का पूजा करके की गई. तत्पश्चात खेलकूद का आयोजन किया गया जिसमें महिलाओं, बच्चों एवं युवाओं ने भाग लिया.इस दौरान तीनों समुदाय के द्वारा विशाल नृत्य किया गया.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : तुरियाबेड़ा में चोरी करने वाला एक गिरफ्तार, चोरी का सामान बरामद
शिक्षा से ही बचेगी संस्कृति- बेहूला भूमिज
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर बेहूला भुमिज ने कहा कि बिना शिक्षा के आदिवासी का विकास संभव नहीं है. शिक्षा के द्वारा ही आदिवासी अपनी संस्कृति को बचा सकता हैं.इस कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर प्रोफेसर सुनील मुर्मू, प्रो सलबिना मुर्मू, उलीडीह थाना प्रभारी बिनोद टुडू, पुर्व छात्र नेता राइमूल बानरा, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस मुंबई, पंचानन सोरेन एवं काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : कदमा में डिप्रेशन में आकर वृद्ध ने फांसी लगाकर की खुदकुशी