Jamshefpur (Anand Mishra) : भाजमो महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष मंजू सिंह एवं महामंत्री काकोली मुखर्जी ने संयुक्त बयान जारी कर भाजपा के प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत बाजपेयी के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए विरोध पर उतर आई हैं. पिछले शनिवार को जमशेदपुर दौरे के क्रम में यहां बातचीत के क्रम में भाजपा द्वारा धनबाद से ढुल्लु महतो को पार्टी प्रत्याशी बनाए जाने के सवाल पर श्री बाजपेयी की जुबान फिसलने लगी थी. ढुल्लु महतो के समर्थन में दिए बयान की निंदा करते हुए दोनों नेत्रियों ने इसे महिलाओं का अपमान बताया है. मंजू सिंह और काकोली मुखर्जी ने कहा है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता सह झारखंड प्रभारी एक आपराधिक छवि के भ्रष्टाचार के दलदल से निकले धनबाद लोकसभा के प्रत्याशी ढुल्लु महतो के समर्थन करते हुए इस प्रकार दृष्टिहीन हो गए हैं कि उन्होने भाषा व सभ्यता की सारी मर्यादाओं को लांघते हुए माताओं व बहनों का भाषाई चीरहरण कर दिया.
इसे भी पढ़ें : रांची में NCERT की किताबें गायब, बच्चों को पढ़ाई में परेशानी
उन्होंने कहा है कि लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय व डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की विचारधारा को तिलांजलि देते हुए अपराधी व सड़क छाप गुंडे प्रिंस खान की विचारधारा व उनके आचरण को परिलक्षित कर दिया है. श्री बाजपेयी को यह भी स्मरण नहीं रहा कि जिस वक्त वे इस प्रकार माताओं-बहनों के लिए घृणित शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे, उनके बगल में महिलाएं भी बैठी हुई थीं. मां और बहन दुनिया की सबसे बड़े रिश्ते होते हैं. एक आपको इस दुनिया में लाती है और दूसरी आपकी रक्षा के लिए सदा खड़ी रहती है. उनका यह घृणित अपमान एक राष्ट्रीय पार्टी के अनुभवी नेता के लिए शोभनीय नहीं है.
बता दें कि ढुल्लू महतो को टिकट दिए जाने के सवाल पर अपना संक्षिप्त परिचय देते-देते लक्ष्मीकांत बाजपेयी अचानक मां-बहन पर उतर आये थे. उन्होंने कहा कि मैंने स्कूटर से काम किया है. जब उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी, तब भाजपा कार्यकर्ताओं से अफसर ज्यादती किया करते थे. स्कूटर से जितनी देर वहां पहुंचने में लगती थी, बस वही समय लगता था. फिर अपने कार्यकर्ताओं को बेदाग साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ता था. यह बोलते-बोलते उनकी जुबान उस समय फिसल गई, जब उन्होंने कहा कि मां की पेट से जन्म लिया हूं. जब नंबर आएगा, तब देखा जाएगा. उसकी तो मां-बहन… कर देनी है. मैं किसी से नहीं डरता हूं. भगवान ने जो लिखा है, वही होगा.
इसे भी पढ़ें : देवर बसंत का भाभी सीता सोरेन पर प्रहारः कहा- झामुमो ने दिया बहुत सम्मान, चुनावी मैदान में रिश्ता नहीं