Jamshedpur: कोरोना के मामलों में देश भर में तेजी होने तथा विभिन्न राज्यों द्वारा अनेक प्रकार के प्रतिबंध लगाए जाने का सीधा असर झारखंड सहित देश भर में व्यापार एवं आर्थिक गतिविधियों पर पड़ा है. जिसके चलते देश भर में विभिन्न सामानों का व्यापार पिछले 15 दिनों में औसतन 50 प्रतिशत से अधिक कम हुआ है. कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने केंद्र सरकार व राज्य के मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया है कि प्रतिबंधों को इस तरह लगाया जाए कि व्यापारिक गतिविधियां भी चलती रहें.
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कैट ने करवाया व्यापार में गिरावट के कारणों पर सर्वे
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल और राष्ट्रीय सचिव सुरेश सोंथालिया ने बताया कि कैट रिसर्च एंड ट्रेड डेवलपमेंट सोसाइटी ने एक जनवरी से 15 जनवरी तक झारखंड सहित देश के विभिन्न राज्यों के 36 शहर, जिन्हें कैट ने ‘वितरण केंद्र’ का दर्जा दिया है, में कोरोना और पाबंदियों का व्यापार पर असर को लेकर एक सर्वे किया. जिससे यह पता लगा कि बीते दो सप्ताह में देश के घरेलू व्यापार में लगभग 50 प्रतिशत से अधिक की औसतन गिरावट आई है. गिरावट का मुख्य कारण कोरोना की तीसरी लहर से लोगों में घबराहट, पड़ोसी शहरों से वितरण केंद्र पर सामान खरीदने न आना, व्यापारियों के पास पैसे की तंगी, उधार में बड़ी रकम का फंसना और इसके साथ ही बिना व्यापारियों से सलाह के बेतरतीब तरीके से कोविड प्रतिबंध लगाना भी शामिल है.
शादियों के सीजन के व्यापार में 2.5 लाख करोड़ का नुकसान
श्री सोंथालिया ने बताया की मौटे तौर पर एफएमसीजी में 35%, इलेक्ट्रॉनिक्स में 50%, मोबाइल में 50%, दैनिक उपभोग की वस्तुओं में 35%, फुटवियर में 60%, ज्वेलरी में 35%, खिलौनों में 65%, गिफ्ट आइटम्स में 70%, बिल्डर हार्डवेयर में 50%, सैनेटरीवेयर में 50%, परिधान तथा कपड़े में 40%, कॉस्मेटिक्स में 30%, फर्नीचर में 50%, फर्निशिंग फैब्रिक्स में 50%, इलेक्ट्रिकल सामान में 40%, सूटकेस एवं लगेज में 50%, खाद्यान्न में 30%, रसोई उपकरणों में 45%, घड़ियों में 40%, कंप्यूटर एवं कंप्यूटर के सामान में 35%, कागज एवं स्टेशनरी में 40% के व्यापार की अनुमानित गिरावट है. कैट ने यह भी बताया कि शादियों के सीजन के व्यापार में अकेले 2.5 लाख करोड़ के नुकसान का अनुमान है.
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