Jamshedpur: 15-18 आयु वर्ग के बच्चों का टीकाकरण में पिछड़ने पर वैक्सीनेशन कोषांग के वरीय प्रभारी सह एसडीएम ने आज स्कूलों के प्राचार्य की क्लास ली. सभी को चेताते हुए कहा कि अपने-अपने स्कूल के बच्चों का वैक्सीनेशन तत्परता पूरा करें, अन्यथा कार्रवाई होगी. वहीं वैसे बच्चों पर भी कार्रवाई का निर्देश दिया, जो टीका लेने नहीं आ रहे हैं. ऐसे बच्चों को चिन्हित कर स्कूल खुलने पर उनकी इंट्री पर प्रतिबंध लगाया जाएगा. एसडीएम शनिवार को सभी स्कूलों के प्राचार्य के साथ वैक्सीनेशन की वर्चुअल समीक्षा कर रहे थे. समीक्षा बैठक में वैक्सीनेशन कोषांग के नोडल पदाधिकारी सह डीएसओ राजीव रंजन भी मौजूद थे.
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प्रिंसिपल सुनिश्चित करेंगे कि प्रत्येक बच्चे ने टीका ले लिया
एसडीएम ने बताया कि 22 से 23 जनवरी तक सभी निजी स्कूलों में शत प्रतिशत बच्चों को वैक्सीनेट करने का निर्देश दिया गया. कहा कि जिन निजी विद्यालयों में वैक्सीनेशन हो चुका है तथा 15-20 की संख्या में बच्चे अब भी बचे हैं तो उसकी सूची की मांग की गई. वैसे जगहों में मोबाइल वैन से वैक्सीनेशन कराया जाएगा. एसडीएम ने सभी बीईईओ को उनके पोषक क्षेत्र में कितने स्कूल हैं इसकी जानकारी उपलब्ध कराने के साथ-साथ कितने नामांकित बच्चों ने अबतक टीका नहीं लिया इसकी सूची की मांग की. उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी प्रिंसिपल यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके विद्यालय के प्रत्येक बच्चे ने टीका लिया है. शिक्षकों की भी जवाबदेही होगी कि शत प्रतिशत बच्चे वैक्सीनेट हों. जिस विद्यालय में शत प्रतिशत बच्चे टीका ले चुके हो तो उसके संबंध में संबंधित बीईईओ लिखित में वैक्सीनेशन कोषांग को सूचित करेंगे.
बच्चों के उम्र का भ्रम दूर करें, 14.2 वर्ष के बच्चे भी ले सकते हैं टीका
एसडीएम ने बताया कि कुछ अभिभावकों ने बच्चों के उम्र को लेकर सवाल खड़े किया है. जिसमें 14 वर्ष से बड़े बच्चे टीका नहीं ले रहे हैं. ऐसी स्थिति में उत्पन्न भ्रम की स्थिति दूर करते हुए एसडीएम ने कहा कि 2007 या इससे पहले जिसका जन्म हुआ है वे सभी बच्चे टीका लेने के योग्य हैं. इसमें किसी भी प्रकार से शंका या संदेह नहीं होना चाहिए. अगर किसी बच्चे का उम्र 14 वर्ष दो माह भी हुआ है, तो वह भी टीका ले सकता है. इसके लिए उन्होंने शिक्षा विभाग के बीआरपी, सीआरपी बच्चों के बीच जाकर मोबिलाइज करने का निर्देश दिया. वहीं मेडिकल टीम को समय पर स्कूलों में पहुंचकर टीकाकरण करें, इसे सुनिश्चित करने का निर्देश एमओआईसी को दिया गया. वर्चुअल बैठक में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, एमओआईसी, स्कूलों के प्रिंसिपल, शिक्षक, बीआरपी, सीआरपी आदि मौजूद थे.
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