Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : एक्सएलआरआई जमशेदपुर के कौटिल्य कंसल्टिंग क्लब एवं पीजीडीएम (जीएम) बैच 2023-24 द्वारा “संसाधन की कमी वाली दुनिया में मूल्य को अनलॉक करने” विषय पर फुलक्रम-कंसल्टिंग कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध वरिष्ठ अधिकारियों का एक पैनल शामिल हुआ. कार्यक्रम की शुरुआत फादर के उद्घाटन भाषण से हुई. इस अवसर पर डोनाल्ड डी सिल्वा, प्रोफेसर संजय पात्रो और अन्य सम्मानित अतिथि उपस्थित थे. फादर सिल्वा ने अनिश्चितताओं से बचने और टिकाऊ प्रक्रियाओं को स्थापित करने में कुशल संसाधन प्रबंधन और डेटा संचालित निर्णय लेने की प्रासंगिकता पर चर्चा की.
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पारिस्थितिकी तंत्र के महत्व पर प्रकाश डाला
कॉन्क्लेव की शुरुआत कोर्न फेरी (भारत) के अध्यक्ष और क्षेत्रीय प्रबंध निदेशक नवनीत सिंह के मुख्य भाषण से हुई. उन्होंने ऐसे माहौल में नवाचार, सहयोग और मूलभूत कौशल के विकास के महत्व को पहचानने पर जोर दिया, जहां मानव संसाधन सबसे सीमित लेकिन मूल्यवान संसाधन बने हुए हैं, और जहां सफलता को केवल परिणामों के बजाय प्रक्रिया में निवेश किए गए प्रयास से मापा जाता है. वहीं “इंडिया @100″ पर ईवाई पार्थेनन के पार्टनर आदित्य शांगलू ने कहा कि भारत की प्रगति, विशिष्ट समस्याओं के समाधान और जटिल उद्योगों में विस्तार में स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के महत्व पर प्रकाश डाला.
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चर्चा का संचालन प्रोफेसर सुनील कुमार सारंगी ने किया
उद्योग 5.0 सतत विकास के लिए परिवर्तन और व्यापार रणनीति में बदलाव” पर चर्चा का संचालन प्रोफेसर सुनील कुमार सारंगी ने किया. चर्चा में सबसे पहले इंफोसिस कंसल्टिंग के पार्टनर इंदर दुआ ने उद्योग 5.0 पर फार्मास्युटिकल क्षेत्र के प्रभाव को रेखांकित किया, स्थिरता पर जोर दिया, क्योंकि भविष्य के उपभोक्ता अमूर्त पहलुओं को प्राथमिकता देते हैं, मानव-मशीन सहयोग और बड़े पैमाने पर अनुकूलन के युग की शुरुआत करते हैं. अवसेंट के पार्टनर राकेश पात्रो ने कहा कि उद्योग 5.0 मानव-केंद्रितता, स्थिरता और व्यवधानों के सामने लचीलेपन के इर्द-गिर्द घूमता है, जो उद्योग 4.0 के प्रौद्योगिकी-संचालित चरण से बदलाव का प्रतीक है, जबकि निर्णय लेने का विकास मनुष्यों के संपन्न होने के साथ होता है. भावना रुगमनी रामनाथन और ऋषिकेश जीआर ने पहले भाग की सह-मेजबानी की और आशीष सैमुअल ने और महक सिंह ने कार्यक्रम के दूसरे भाग की सह-मेजबानी की.
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