Jamshedpur (Mujtaba Haider Rizvi) : एक्सएलआरआइ के कौटिल्य कंसल्टिंग क्लब की ओर से कंसल्टिंग कॉन्क्लेव फुलक्रम 2022 का आयोजन किया गया. ”डिकोडिंग द फ्यूचर ऑफ कंसल्टिंग” थीम पर आयोजित इस कॉन्क्लेव में इंडस्ट्री के कई दिग्गजों ने हिस्सा लिया. एक्सएलआरआइ के निदेशक फादर एस जॉर्ज व एकेडमिक डीन डॉ संजय पात्रों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. इस दौरान फादर एस जॉर्ज ने सभी को संबोधित करते हुए कंसल्टेंसी को आज के दौर की जरूरतें बताईं. साथ ही आने वाले दिनों में इस क्षेत्र का कितना महत्व बढ़ेगा, इससे जुड़ी बातें भी बताईं. डीन एकेडमिक्स डॉ. संजय पात्रो ने बाताया कि कैसे डिजिटल युग में चीजें पूर्व की तुलना में तेजी से बदल रही हैं. उन्होंने कंसल्टेंसी के क्षेत्र में इंडस्ट्री में संभावनाओं से जुड़ी जानकारी दी.
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नहीं चलेगा मास्टर आफ नन का कंसेप्ट
मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद असेंचर के टेक स्ट्रेटेजी एंड एडवाइजरी के एमडी गणेशन रामाचंद्रण ने कहा कि कंसल्टेंसी वह विद्या है जिसके जरिए हम अपने क्लाइंट की सभी समस्याओं का हल करते हैं. साथ ही उन्होंने इस क्षेत्र में भी विशेषज्ञता हासिल करने पर बल दिया. कहा कि अब जैक ऑफ ऑल ट्रेड्स, मास्टर ऑफ नन का कॉस्पेप्ट नहीं चलने वाला है. इस दौरान डेलॉइट इंडिया के कंसल्टिंग पार्टनर प्रखर त्रिपाठी ने डिकोडिंग पर चर्चा की. उन्होंने इंडस्ट्री में विलय व अधिग्रहण किस प्रकार से हो सकते हैं, इससे जुड़ी बातें बताईंं. इस दौरान जेडएस एसोसिएट्स के चीफ प्रोडक्ट एंड टेक्नोलॉजी ऑफिसर अभिषेक त्रिगुणित ने कंसल्टिंग फर्म में संगठनात्मक रूप से होने वाले बदलावों से जुड़ी जानकारी दी. इस दौरान तीन पैनल डिस्कशन का भी आयोजन किया गया. जिसमें अलग-अलग क्षेत्र के विशेषज्ञों से अपनी बातों को प्रस्तुत किया.