Jamshedpur (Ashok Kumar) : पौष संक्रांति के दिन आदिवासी कुड़मी समाज हुरलुंग ग्राम महिला समिति के अध्यक्ष नंदिनी महतो के नेतृत्व में टुसू भसान कर टुसू पर्व का समापन किया गया. इस अवसर पर सभी महिला, पुरुष, बच्चे चौड़ल लेकर पारंपरिक गाजे-बाजे के साथ नाचते गाते नदी तट पर पहुंचे. इसके बाद टुसू माई को विदाई दी गयी. टुसू पर्व जो कि विधिवत रूप से अगहन को संक्रांति टुसू थापना के साथ शुरू किया गया था. पौष संक्रांति को अगले बरस फिर घर आने की कामना करते हुए विदाई दी गयी.
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टुसू गीत व नृत्य है मुख्य आकर्षण
टुसू पर्व जिसका मूल संबंध धान रूपी अन्न महाशक्ति से है. कुड़माली संस्कृति के अंतिम पर्व के रूप में मूल रूप से फसल कटनी के उपरांत खुशी मनाने के लिए पूरे हर्षोल्लास के साथ मिलजुल कर मनाया जाता है. नये कपड़े, विशेष खान-पान, पीठा पकवान जैसे गुड़ पीठा, मसाला पीठा, ढुमु/उंधी पीठा, मास पीठा, मास भात और टुसू गीत और नाच इस पर्व का मुख्य आकर्षण है.
ये हुये थे शामिल
टुसू भसान के मौके पर मुख्य रूप से केन्द्रीय सह सचिव रामविलास महतो पुनरिआर, पुर्वी सिंहभूम जिला सचिव प्रकाश महतो केटिआर, उपाध्यक्ष नमिता महतो, उज्जवल महतो, सदस्य पुष्पा रानी महतो, संरक्षक निवारण महतो, सनातन महतो, जिला सदस्य संजय महतो, नगर अध्यक्ष धीरेंद्र नाथ महतो, उदित महतो, नंदनी महतो, कल्याणी महतो, अंजना महतो, शिल्पा महतो, पद्मावती महतो आदि शामिल थे.
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