Jamshedpur : तमाड़ के तत्कालीन विधायक रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड में जेल में बंद पूर्व मंत्री गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर के मामले की विशेष केन्द्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने की है. मांझी ने इसके लिए केन्द्रीय गृह मंत्री अमित साह को एक पत्र लिखा है. इस संबंध में राजा पीटर की पत्नी आरती राजा पीटर ने पूर्व मुख्यमंत्री से दिल्ली में मुलाकात कर इस संबंध में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था. इस दौरान एनसीपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. पवन पांडेय भी मौजूद थे. आरती राजा पीटर ने उन्हें बताया कि उनके पति बेकसूर हैं. घटना के कई वर्षों के बाद सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया, जबकि प्राथमिकी में कहीं उनका जिक्र नहीं है.
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शिबू सोरेन को राजा पीटर ने तमाड़ से हराया था
गृह मंत्री को भेजे पत्र में जीतन राम माझी ने राजा पीटर को झारखंड का उभरता हुआ नेता बताया. कहा कि राजा पीटर ने झारखंड का मुख्यमंत्री रहते शिबू सोरेन को तमाड़ विधानसभा के चुनाव में हरा दिया. इतने बड़े नेता को हराने के बाद राजनीति गलियारे में सनसनी फैल गई. जिसके बाद राजनीतिक साजिश के तहत राजा पीटर को फंसा दिया गया. जीतन राम मांझी ने राजा पीटर मामले में एक उच्चस्तरीय स्वंतत्रत जांच कमेटी गठित करने की मांग की. जिसमें उच्चतम न्यायालय के पूर्व जज शामिल हों.
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बाबूलाल मरांडी ने भी गृह मंत्री को लिखा है पत्र
एनसीपी नेता डॉ. पवन पांडेय ने बताया कि राजा पीटर के मामले में कई दलों के नेताओं ने भारत सरकार एवं केन्द्रीय गृह मंत्री को निष्पक्ष जांच कराने तथा न्याय दिलाने की मांग की है. इसमें झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भी शामिल हैं. मरांडी ने चार वर्ष पहले 2018 में तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर राजा पीटर मामले में पुनः जांच की मांग की थी. प्रतिनिधिमंडल में आरती राजा पीटर के अलावे एनसीपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ पवन पांडेय, एनसीपी युवा मोर्चा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष प्रभाकर प्रसाद सहित अन्य लोग शामिल थे.