Jamshedpur (Ratan Singh) : भाई की सुख समृद्धि और लंबी उम्र की कामना करते हुए बहनों ने बुधवार को भाई दूज का पर्व गोधन कूट कर मनाया. इस मौके पर बहनों ने भाइयों को जी भर के कोसा और उन्हें श्राप दिया. ऐसा उन्होंने इसलिए किया ताकि उनके भाई की उम्र और लंबी हो जाए. बिहार और झारखंड में भैया दूज के दिन भाइयों की मंगल कामना के लिए गोधन कूटने की अनोखी परंपरा है. कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को मनाए जाने वाले भैया दूज को इन क्षेत्रों में गोधन के नाम से ही जाना जाता है. सुबह 8 बजे पारंपरिक तरीके से बहनों ने पर्व को मनाते हुए गोबर से यम-यमी बनाया. उस पर रेंगनी का कांटा, गुड़ और चना वगैरह रखकर मूसल से गोधन कूटा. परंपरा के मुताबिक बहनों ने पहले भाइयों को श्राप दिया और इसके बाद रेंगनी का कांटा अपनी जीभ में चुभोया. गोधन कूटने के बाद बहनों ने भाइयों की कलाई पर धागा बांध चना के साथ मिठाई का प्रसाद खिलाया एवं भाइयों की लंबी उम्र की कामना की. गोधन को लेकर घरों में सुबह से ही उत्सव का माहौल था.
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अलग-अलग परंपरा से मनाते है त्यौहार
अलग-अलग समाज के लोग भाई बहनों के इस पावन त्योहार में अलग-अलग नाम से भिन्न-भिन्न परंपराओं के अनुसार मनाते हैं. भाई दूज, गोधन, भाई फोटा के नाम से इस त्योहार को जाना जाता है. बुधवार को हर्षोल्लास के साथ भाई दूज, गोधन, भाई फोटा का त्योहार मनाया गया. भाई के सुख,समृद्धि ,आरोग्यता और दीर्घायु के लिए बहनों ने भाई दूज का त्यौहार मनाया. कहीं भाइयों को तिलक लगाकर तो कहीं गोधन कूटकर भाई दूज का त्यौहार मनाया गया. बंगाली समाज के लोगों ने इसे भाई फोटा के रूप में मनाया. तर्जनी अंगुली से बहनों ने भईयों के मस्तक पर तिलक लगाया. इसी को फोटा कहते हैं. मान्यता है कि बहनें भाईयों को लंबा तिलक लगाकर उनके लंबी उम्र की कामना करती है. वहीं उत्तर भारतीय परंपरा के अनुसार बहनों ने अपने भाई की लंबी उम्र के लिए गोधन कूटा, और उन्हें बजड़ी खिलाई.
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